चुनाव परिणाम : भाजपा प्रत्याशी को मिले 2535 व राजद प्रत्याशी को 1593 मत
दरभंगा : विधान परिषद स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए हुई मतों की गिनती में राजग प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह ने महागंठबंधन के प्रत्याशी सह निवर्तमान पार्षद मिश्री लाल यादव को 942 मतों से हराकर जीत दर्ज की. स्थानीय राजकीय पोलिटेक्निक परिसर में शुक्रवार को हुई मतों की गिनती में राजग प्रत्याशी को 2535 मत […]
दरभंगा : विधान परिषद स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र के लिए हुई मतों की गिनती में राजग प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह ने महागंठबंधन के प्रत्याशी सह निवर्तमान पार्षद मिश्री लाल यादव को 942 मतों से हराकर जीत दर्ज की. स्थानीय राजकीय पोलिटेक्निक परिसर में शुक्रवार को हुई मतों की गिनती में राजग प्रत्याशी को 2535 मत प्राप्त हुए, जबकि महागंठबंधन प्रत्याशी को 1593 वोट ही मिल सके.
तीसरे स्थान पर संयुक्त वाम दल प्रत्याशी सह माले नेता नेयाज अहमद को मात्र 64 मत प्राप्त हुए. चौथे स्थान पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी सादिक आरजू को 33 मत मिले. जबकि राजगीर पासवान और इंद्रभूषण झा पप्पू को 27-27 मत हासिल हुए. इसी प्रकार अरविंद कुमार और मो. ग्यासुद्दीन को 13-13 वोट, यदुवीर कु शवाहा को 6 एवं पूरन पासवान को मात्र 3 वोट से संतोष करना पड़ा.
मालूम हो कि परिषद चुनाव में दस प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे थे. इसके लिए 7 जुलाई को मतदान हुआ था. मतगणना को लेकर प्रेक्षक आनंद किशोर सुबह से ही केंद्र पर मौजूद थे. निर्वाची पदाधिकारी सह डीएम कुमार रवि गणना आरंभ होने के पूर्व से ही सारी गतिविधियों पर नजर रखे थे. करीब पौने आठ बजे वज्रगृह का सील बंद ताला प्रत्याशियों के अभिकर्ता के समक्ष खोला गया.
तत्पश्चात मतपेटियों को मतगणना केंद्र ले जाया गया. सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने एसएपी एके सत्यार्थी मतगणना केंद्र पहुंचे और पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये.
जीत के लिए 2158 मत
जीत के लिए विजेता प्रत्याशी को 2158 मत लाने आवश्यक थे. यह आवश्यक मत पहले राउंड की गिनती में ही राजग प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह को हासिल हो चुका था. पहले राउंड की गिनती में श्री सिंह को 2350 मत प्राप्त हो चुके थे. जबकि निकटत प्रतिद्वंद्वी मिश्री लाल यादव को 1417 मत मिले. वहीं तीसरे नंबर पर रहने वाले संयुक्त वाम दल प्रत्याशी नेयाज अहमद को प्रथम राउंड में 54 मत प्राप्त हुए थे.
कुल 635 मत पाये गये अवैध
मतगणना के दौरान हुई मतों की गिनती में कुल 635 मत विभिन्न कारणों से अवैध करार दिये गये, जबकि एक मात्र मत नोटा को मिला. अवैध मतों की संख्या पहले राउंड की गिनती में ही 568 तक पहुंच गयी थी. इसी राउंड में नोटा को दिये गये वोट की भी जानकारी मिली. पहले राउंड में कु ल वैध मतपत्र 2931 पाये गये, जबकि दूसरे राउंड की गिनती में 67 वोट अवैध पाये गये. नोटा की संख्या शून्य रही. वैध मतों की संख्या इस राउंड में 383 पायी गयी. इस प्रकार कुल वैध मतों की संख्या 4314 रही जबकि अवैध मतपत्रों की संख्या 635 पर जा पहुंची. एक मात्र नोटा का वोट दर्ज किया गया.
कौन कितने पानी में!
दो प्रत्याशी को छोड़कर कोई भी प्रत्याशी सैकड़ा का अंक नहीं छू सका. वाम दल प्रत्याशी नेयाज अहमद को छोड़कर अधिकांश प्रत्याशी 30 के आसपास ही रहे.
दो प्रत्याशी तो दहाई अंक भी नहीं पा सके. प्राप्त परिणामों में राजग प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह (2535), महागंठबंधन प्रत्याशी सह निवर्तमान पार्षद मिश्रीलाल यादव (1593), संयुक्त वाम दल के प्रत्याशी नेयाज अहमद (64), निर्दलीय प्रत्याशी मो. सादिक आरजू (33), इंद्रभूषण झा पप्पू (27), राजगीर पासवान (27), मो. ग्यासुद्दीन (13), प्रवीण कुमार (13), यदुवीर प्रसाद कुशवाहा (6) एवं पूरन पासवान (3) मत प्राप्त हुए.
मतगणना का काम अपने निर्धारित समय सुबह 8 बजे से शुरू हो गया था. सबसे पहले मतपेटी का सील तोड़कर मतपत्रों को मिलाकर छंटनी का काम हुआ. इसके बाद 9 टेबुल पर प्रत्याशी वार मतपत्रों का बंडल बनाया गया.
इसके बाद अलग अलग छांट कर एक राउंड की गिनती शुरू हुई, जिसमें कुल 4500 मतों की गिनती की गयी. इस राउंड में सुनील कुमार सिंह को 2350 मत हासिल हुए, जबकि महागंठबंधन के मिश्रीलाल यादव को 1417 मत प्राप्त हुए थे. दूसरे राउंड की गिनती में कु ल 450 मतों की गिनती हुई. जिसमें भी सुनील कुमार सिंह ने आगे रहते हुए 185 मत हासिल किये. जबकि महागंठबंधन प्रत्याशी को 176 मत मिले. इस प्रकार दोनों राउंड की गिनती समाप्ति पर कुल 4950 मतों में से 2535 मत विजेता प्रत्याशी को तथा निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 1593 मत प्राप्त हुए.
अभेद्य सुरक्षा घेरे में था मतगणना केंद्र
राजकीय पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर में बनाये गये मतगणना केंद्र पर मतगणना को ले सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था थी. पोलिटेक्निक चौक पर तैनात पुलिस कर्मी एक भी वाहन को इंडस्ट्रीयल एरिया की ओर नहीं आने दे रहे थे. वहीं इंडस्ट्रीयल एरिया के दूसरे छोर पर तैनात पुलिस कर्मी भी इस ओर आनेवाले वाहनों को लौटा रहे थे. मुख्य द्वार पर बिना सुरक्षा जांच व अनुमति पत्र के बगैर किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा था. इसके बाद पोलिटेक्निक के पोर्टिको के समक्ष मौजूद दंडाधिकारी आने-जानेवाले की जांच कर प्रवेश दे रहे थे.
इससे गुजर कर ही अंदर प्रवेश दिया जा रहा था. सशस्त्र पुलिस के जवान मतगणना केंद्र के मुख्य द्वार पर जांच किये बिना मतगणना केंद्र में प्रवेश की अनुमति पत्र नहीं दे रहे थे. मीडियाकर्मियों को भी कैमरा व मोबाइल लेकर मतगणना केंद्र के भीतर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था.