डीएमसीएच में दवा खरीदने के लिए करना पड़ा चंदा

मरीज के परिजनों के मदद से हो सका इलाज अस्पताल में दवा का अभाव, अधीक्षक कर रहे प्रयास दरभंगा : ‘ की कहू, ज्यों अस्पताल कर्मी आ मरीज के परिजन सब चंदा कऽ दवाई के व्यवस्था नहिं करितथि, तऽ हमर मरीज के जान नहि बचितै’. यह बात बताते हुए लौकही थाना क्षेत्र के कूरीवन निवासी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2015 10:07 PM

मरीज के परिजनों के मदद से हो सका इलाज अस्पताल में दवा का अभाव, अधीक्षक कर रहे प्रयास दरभंगा : ‘ की कहू, ज्यों अस्पताल कर्मी आ मरीज के परिजन सब चंदा कऽ दवाई के व्यवस्था नहिं करितथि, तऽ हमर मरीज के जान नहि बचितै’. यह बात बताते हुए लौकही थाना क्षेत्र के कूरीवन निवासी राजकुमार मल्लिक की आंखें नम हो गयी. उन्होंने बताया कि तीन दिन पूर्व उनकी पत्नी शनिचरी देवी का ऑपरेशन डीएमसीएच में हुआ था. इस दौरान शनिचरी देवी की स्थिति काफी नाजुक थी. ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों ने पुर्जा पर दवा लिख दिया. डीएमसीएच में पुर्जा पर लिखा हुआ दवा उपलब्ध नहीं था. उसके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह बाहर से दवा खरीद सके. इस बीच उनकी पत्नी की स्थिति काफी गंभीर हो गयी. इस बीच शनिचरी देवी की गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल कर्मियों तथा वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों ने चंदा एकत्र कर दवा खरीदा. इसके बाद मरीज का इलाज संीाव हो पाया और उसकी जान बच पायी. राजकुमार का कहना था कि उसने सोचा था कि इतने बड़े अस्पताल में नि:शुल्क इलाज हो जायेगा. गायनिक विभाग के डॉ सुधा भारती के वार्ड में भर्ती शनिचरी देवी के अगल-बगल में उपस्थ्ज्ञित अन्य मरीजों के परिजन प्रदीप यादव, रेणु देवी, सिंटू देवी, मनु शर्मा सहित अन्य ने बताया कि दवा के अभाव में कोई घटना हो सकती थी. यहां तक कि अस्पताल की ओर से कॉटन-बैंडेज तक नहीं मिला था. मल्टीवीटामीन, आयन की सूई, दर्द की दवा, वीटामीन सी सहित सभी दवा बाहर से चंदा कर खरीदना पड़ा था. इधर अस्पताल अधीक्षक डॉ एसएन झा दवा की उपलब्धता को लेकर गंभीर हैं. वे जल्द से जल्द दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास में लगे थे.

Next Article

Exit mobile version