डाक्टर व एम्बुलेंस को ले फिर हुआ बबाल

एम्बुलेंस बिना स्थानीय अस्पताल में कराया गया भरती फोटो-फारवार्डेड बेनीपुर : चिकित्सक एवं एम्बुलेंस के लिए एक बार फिर बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में बवाल हो गया. डीएम एवं सीएस की पहल के बावजूद प्रभारी व एम्बुलेंस चालक अस्पताल नहीं आये. सूत्रों के अनुसार बहेड़ा पुलिस ने रविवार को धरौड़ा के निकट सड़क किनारे अचेतावस्था में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2015 9:05 PM

एम्बुलेंस बिना स्थानीय अस्पताल में कराया गया भरती फोटो-फारवार्डेड बेनीपुर : चिकित्सक एवं एम्बुलेंस के लिए एक बार फिर बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल में बवाल हो गया. डीएम एवं सीएस की पहल के बावजूद प्रभारी व एम्बुलेंस चालक अस्पताल नहीं आये. सूत्रों के अनुसार बहेड़ा पुलिस ने रविवार को धरौड़ा के निकट सड़क किनारे अचेतावस्था में पड़े एक घायल युवक को अनुमंडल अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया. उसकी पहचान बाद में पोहदी गांव निवासी झुनझुन पाठक के 30 वर्षीय पुत्र मनोज पाठक के रूप में की गयी. सूचना पाकर परिजन जब अस्पताल पहुंचे तबतक अस्पताल मंे तैनात महिला चिकित्सक डॉ भारती ने प्राथमिक इलाज कर चिंताजनक स्थिति में डीएमसीएच रेफर कर दिया था. लेकिन अस्पताल में एम्बुलेंस नहीं था, जिसको लेकर परिजन ने प्रभारी को फोन किया पर वे न तो अस्पताल पहुंचे और न एम्बुलेंस की व्यवस्था किये. इससे आक्रोशित हो परिजनों ने जमकर बवाल काटा तथा इसकी सूचना सीएस एवं डीएम को दी. कुछ देर बाद एसडीओ के आदेश पर बीडीओ प्रदीप कुमार झा सदल-बल अस्पताल पहुंचे और घायल युवक के इलाज की जानकारी ली. इसी बीच 102 नंबर की एम्बुलेंस जो दरभ्ंागा किसी मरीज को लेकर गयी थी, वह वापस आयी और उसी एम्बुलेंस से युवक को डीएमसीएच ले जाया गया. इस संबंध में पूछने पर अस्पताल प्रभारी डॉ आरके चौधरी ने कहा कि घायल युवक का इलाज उपलब्ध संसाधन के आधार पर समुचित कर डीएमसीएच रेफर किया गया है. 1099 एम्बुलेंस खराब है. 102 दरभंगा गया है. ज्ञात हो कि बहेड़ा पीएचसी विगत 17 दिनों से चिकित्सकों की कार्य बहिष्कार को लेकर बंद रहने के कारण क्षेत्र के लोगों के लिए अनुमंडल अस्पताल ही एकमात्र सहारा रह गया है.

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