रैली से तय होगी राजनीतिक दिशा

दरभंगा : मुजफ्फरपुर में 25 जुलाई को आयोजित हुंकार रैली को सफल बनाने के लिए निषाद समाज पूरी ताकत से जुट गया है. रैली की सफलता के लिए सघन जनसम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है. जनसम्पर्क अभियान के दूसरे दिन दरभंगा राज मैदान से लगभग डेढ़ सौ से चार पहिया वाहनों का काफिला रवाना हुआ. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2015 9:07 AM
दरभंगा : मुजफ्फरपुर में 25 जुलाई को आयोजित हुंकार रैली को सफल बनाने के लिए निषाद समाज पूरी ताकत से जुट गया है. रैली की सफलता के लिए सघन जनसम्पर्क अभियान चलाया जा रहा है. जनसम्पर्क अभियान के दूसरे दिन दरभंगा राज मैदान से लगभग डेढ़ सौ से चार पहिया वाहनों का काफिला रवाना हुआ.
सहनी समाज कल्याण संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने जनसम्पर्क अभियान के रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि निषाद समाज के लिए हुंकार रैली काफी महत्वपूर्ण है. यह रैली निषादों का राजनीतिक भविष्य तय करेगी.
अब निषाद समुदाय हो गया है एकजुट
उन्होंने कहा कि निषाद अब पूरी तरह एक जुट हो गया है. विभिन्न दल में शामिल निषाद नेता अपने दल को छोड़कर रैली को सफल बनाने में जुट गये है. पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि आप प्रधानमंत्री के रैली का विरोध कर रहे हैं, का जवाब देते हुए सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने पार्टी को मजबूत करने के लिए मुजफ्फरपुर में आ रहे है. मैं भी निषाद को राजनीतिक अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष कर रहा हूं.
राजनीतिक अधिकार नहीं मिलने के कारण निषाद सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है. उड़ीसा सहित कई राज्यों में निषाद को अनुसूचित जाति का दर्जा मिला हुआ है. लेकिन बिहार में इस लाभ से निषादों को वंचित रखा गया है.
उन्होंने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं छीनने से हासिल होता है. इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष भोला सहनी, जिलाध्यक्ष उमेश सहनी, प्रोफेसर जयनंद सहनी, संजय केवट, विनोद बम्पर, बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिव शंकर निषाद, विद्यासागर निषाद सहित सैकड़ों निषाद कार्यकर्ता उपस्थित थे.
डेढ़ वर्षो से जारी है लगातार संघर्ष
अधिकार को हासिल करने के लिए पिछले डेढ़ वर्षो से लगातार संघर्ष किया जा रहा है. 16 फरवरी 2014 को इसी राज मैदान से निषाद एकजुट होने का संकल्प लिया था. 14 अप्रैल 2015 को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लाखों निषाद ने एकजुटता का संकल्प दोहराते हुए मिशन 2015 बिहार विधानसभा में निषाद की अधिक से अधिक भागीदारी होने का हुंकार भरा था.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दरभंगा से होते हुए जटमलपुर, मिर्जापुर, मनियारी चौक, समस्तीपुर, ताजपुर, महुआ, बेलकुंडा, हाजीपुर जेल के पास, गोरौल, सरैया, पारू, साहेबगंज, मोतीपुर, कांटी होकर मुजफ्फरपुर में जनसम्र्पक अभियान समाप्त होगा.

Next Article

Exit mobile version