न्यायालय में बयान देने जा रही अपहृता को परिजनों ने दबोचा
समस्तीपुर : घर वालों ने अपनी मर्जी से उसकी शादी तय कर दी. लेकिन उन्हें पता ही नहीं था कि उसकी बेटी अपनी हथेलियों में किसी और के नाम की मेहंदी रचा कर पहले से बैठी है. कुछ दिनों तक शादी के बंधन में रहने के बाद जब उसका दिल नहीं लगा तो मायके लौट […]
समस्तीपुर : घर वालों ने अपनी मर्जी से उसकी शादी तय कर दी. लेकिन उन्हें पता ही नहीं था कि उसकी बेटी अपनी हथेलियों में किसी और के नाम की मेहंदी रचा कर पहले से बैठी है.
कुछ दिनों तक शादी के बंधन में रहने के बाद जब उसका दिल नहीं लगा तो मायके लौट कर अपने आशिक के साथ घर छोड़ कर निकल गयी.
इस बीच लड़की के पिता पूसा थाना के मोरसंड गांव निवासी अनिल कुमार सिंह ने अपनी बेटी के अपहरण का मामला पूसा थाना में दर्ज करा दिया.
जब इसकी सूचना प्रेमिका को मिली तो वह बुधवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराने समस्तीपुर आ पहुंची. जिसकी भनक लगते ही परिजन समस्तीपुर कोर्ट और आसपास में नजरें जमा दिया.
जैसे ही लड़की अपने प्रेमी के सहयोगी के साथ समाहरणालय के निकट मुख्य द्वार पर पहुंची परिजनों ने उसे दबोचने का प्रयास किया. लेकिन उसका सहयोगी महिला को किसी तरह वहां से बचा कर कोर्ट तक ले जाने के लिए जद्दोजहद करने लगा. जब सफलता मिलती हुई नहीं दिखी तो वह उसे साथ लेकर मौके से निकले की फिराक में लग गया. लेकिन परिजनों ने उसे खदेड़ कर अस्पताल चौक स्थित गोलंबर पर दबोच लिया.
जहां करीब आधे घंटे तक परिजनों व कथित अपहृता के साथ नोकझोंक चली. इस पूरे मामले को देखने व सुनने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ गोलंबर चौक से लेकर उसके पीछे पीछे चलती रही. इसी बीच किसी ने इसकी सूचना नगर थाने की पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस को परिजनों ने पूरा मामला बताते हुए लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया. जहां से नगर थाने ने उसे महिला थाना भेज दिया. बताया गया है कि वहां से पूसा पुलिस का मामला होने के कारण उसे पूसा थाने को भेज दिया गया है.