स्टाफ गये चुनाव प्रशक्षिण में, रक्शिा चालक ने बांटे शॉफ्ट डायट

स्टाफ गये चुनाव प्रशिक्षण में, रिक्शा चालक ने बांटे शॉफ्ट डायट भोजन गृह में लटके रहे ताले मरीजों के बीच रिक्सा चालक ने बांटा शॉफ्ट डायट फोटो संख्या- 01परिचय- खाना नहीं मिलने के कारण नाराज मरीज. फोटो संख्या- 02परिचय- बंद पड़ा चूल्हा फोटो संख्या- 03परिचय- भोजनगृह में लटका ताला दरभंगा. डीएमसीएच में पहले से ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2015 7:16 PM

स्टाफ गये चुनाव प्रशिक्षण में, रिक्शा चालक ने बांटे शॉफ्ट डायट भोजन गृह में लटके रहे ताले मरीजों के बीच रिक्सा चालक ने बांटा शॉफ्ट डायट फोटो संख्या- 01परिचय- खाना नहीं मिलने के कारण नाराज मरीज. फोटो संख्या- 02परिचय- बंद पड़ा चूल्हा फोटो संख्या- 03परिचय- भोजनगृह में लटका ताला दरभंगा. डीएमसीएच में पहले से ही कर्मियों का अभाव सालों से चला आ रहा है. इधर चुनाव प्रशिक्षण में गुरुवार को डायट के अधिकांश कर्मियों को लगाये जाने से 400 से अधिक मरीज गुरुवार को भूखे पेट रहे. जिला चुनाव अधिकारी के आदेश पर गुरुवार को डॉयट के 17 में से 16 कर्मी चुनाव का प्रशिक्षण लेने सफी मुस्लिम हाइस्कूल चले गये. इसके चलते गुरुवार को भोजन गृह में चूल्हा नहीं जला. इसका परिणाम यह हुआ कि मरीजों को पका हुआ भोजन की आपूर्ति नहीं हो पायी. कुछ मरीजों को शॉफ्ट डायट की आपूर्ति कर इतिश्री कर दिया गया. इस विभाग के मात्र एक कर्मी बचे थे. एक कर्मी को भोजन बनाने के लिए इस चुनाव प्रशिक्षण से अलग कर दिया गया है जो बेकाम है. इस कारण मेडिसिन, हड्डी रेाग, सर्जरी वार्ड, सीसीडब्ल्यू, सर्जरी आइसीयू व इएनटी वार्डों के मरीजों को भोजन की आपूर्ति नहीं की गयी. ऐसे वार्ड के 420 मरीजों को भोजन आपूर्ति नहीं हो पाया है. हद तो तब हो गई जब शॉफ्ट डायट के वितरण के लिए अन्य कर्मियों की खोज हुई, लेकिन अन्य विभागों के भी कई कर्मी चुनाव प्रशिक्षण में चले गये थे. डीएमसीएच प्रशासन ने इस डायट को वितरण करने के लिए एक रिक्शा चालक को बुलाया. रिक्सा चालक ने इसके एवज में 50 रुपये मांगा. राशि तय के बाद रिक्शा चालक ने एक कर्मी के सहारे 208 मरीजों के बीच शॉफ्ट डायट का वितरण किया. थाली लेकर इंतजार करते रहे मरीजडीएमसीएच के मरीज सामान्य दिनों की तरह हाथों में थाली लेकर भोजन के इंतजार में मरीज व उनके परिजन बेड और बरामदा पर बैठे थे. मरीजों के इंतजार के सब्र का बांध टूट गया. लोग इधर-उधर ताक-झांक करने लगे. अंतत: लोगों के पास भोजन नहीं मिलने की सूचना दी गयी. सभी निराश बेड पर ही थाली रखकर सोच में डूब गये. शॉफ्ट डॉयट की आपूर्ति एक कर्मी के भरोसे पांच वार्डों के 208 मरीजों को भोजन आपूर्ति की गयी. इसमें मेडिसिन आइसीयू, गायनिक, आंख, आइडीएच और शिशु रोग विभाग के मरीजों को शॉफ्ट डायट बांटा गया. इस डायट में पावरोटी, फल, बिस्कुट आदि सामग्री शामिल हैं. यह है कर्मियों की संख्याभोजनगृह में पहले से ही कर्मियों का अभाव है. प्रतिदिन लगभग 700 मरीजों के भोजन बनाने और वार्डों में जाकर मरीजों के बीच भोजन वितरण लोहे चबाने के समान है. बावजूद इसके कर्मी रात-दिन दो शाम का भोजन और नाश्ते के वितरण में हकलाते हैं. मरीजों के बढ़ने के साथ कर्मियों की बहाली नहीं की गयी. यहां के स्वीकृत पद भी आदम जमाने के है. बोले अस्पताल अधीक्षकडॉ एसके मिश्रा ने भोजन नहीं बनने की पुष्टि की है. लेकिन उन्होंने बताया कि करीब आधा दर्जन वार्डों में शॉफ्ट भोजन की आपूर्ति की गयी है. शेष वार्डों में भोजन की आपूर्ति नहीं हो पायी.

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