इधर पुलिस करती रही सतर्क, उधर पड़ता रहा डाका
दरभंगा. जिला पुलिस के लिए कच्छा-बनियान गिरोह सिरदर्द बनता जा रहा है. पहली घटना पर पुलिस अभी तक एक कदम भी नहीं बढ़ा सकी कि इस बीच ताबड़तोड़ अपराधियों ने चार रात में चार अलग-अलग स्थानों पर डाका डालकर खुली चुनौती पेश कर दी है. आलम यह हो गया है कि पुलिस इस गिरोह के […]
दरभंगा. जिला पुलिस के लिए कच्छा-बनियान गिरोह सिरदर्द बनता जा रहा है. पहली घटना पर पुलिस अभी तक एक कदम भी नहीं बढ़ा सकी कि इस बीच ताबड़तोड़ अपराधियों ने चार रात में चार अलग-अलग स्थानों पर डाका डालकर खुली चुनौती पेश कर दी है. आलम यह हो गया है कि पुलिस इस गिरोह के सामने लाचार सी नजर आ रही है.
गिरोह को गिरफ्त में लेने तथा वारदात को रोकने में नाकाम पुलिस घटना पर नकेल कसने के लिए लोगों को सतर्क करने में जुटी है. बावजूद इसका फायदा नहीं मिल रहा. गत रात मब्बी ओपी क्षेत्र में डाका डालकर डकैतों ने इसकी बानगी पेश कर दी. जानकारी के अनुसार पुलिस बुधवार की रात कंसी क्षेत्र में लोगों से सतर्क रहने की हिदायत दे रही थी. साथ ही अपना मोबाइल नंबर भी दे रही थी. ताकि इस तरह की घटना होने पर तत्काल इसकी सूचना उन्हें क्षेत्रवासी उपलब्ध करा सकें.
चौंकाने वाली बात यह रही कि उधर पुलिस ग्रामीणों को सतर्क कर रही थी और इधर मब्बी ओपी के मधुपुर गांव में डाका डाल रहे थे. सनद रहे कि इस गिरोह ने नगर थाना क्षेत्र में पहली घटना को अंजाम दिया था. इसके अगले दिन बहादुरपुर थाना क्षेत्र तथा इसके बाद 13 अक्टूबर की रात अशोक पेपर मिल थाना के इलाके में घटना को अंजाम दिया. इसको लेकर क्षेत्रवासी न केवल दहशत के साये में जी रहे हैं, बल्कि पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश भी गहराता जा रहा है.
इस मामले में पुलिस को श्वान दस्ता से भी किसी तरह की मदद मिलती नजर आ रही है. .. तो दिन में ही इलाके में पहुंच जाते हैं अपराधीदरभंगा. कच्छा-बनियान गिरोह जिस तरह लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहा है, उसने कई सवाल खड़े कर दिये हैं. पुलिस की सक्रियता के बावजूद अपराधी घटना पर घटना को अंजाम दे रहे हैं. उल्लेखनीय है कि रात्रि गश्ती में सुस्ती की वजह से डकैती की घटना को विस्तार मिला. हालांकि लगातार घटना को देखते हुए एसएसपी अजीत कुमार सत्यार्थी की सख्त चेतावनी के बाद गश्ती में तेजी आयी. पुलिस सक्रिय हुई, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा.
इससे यह आशंका प्रबल हो उठी है कि यह गिरोह दिन में ही घटना स्थल के ईद-गिर्द डेरा जमा लेते हैं और रात ढलते ही मौका देखकर घर पर धावा बोल देते हैं. नहीं तो देर रात करीब दर्जनभर संख्या में अपराधियों की चहल-पहल किसी की नजर में नहीं आना संभव नहीं लगता. दूसरा पहलू यह भी हो सकता है कि सभी अपराधी लोकल ही हों और एक-एक कर घटना स्थल पर पहुंचते हों. जो भी हो पुलिस के लिए इस गिरोह ने नींद उड़ा दी है.चुनाव ड्यूटी का रोना रो रही पुलिसदरभंगा. डकैत गिरोह को पकड़ने में नाकाम पुलिस चुनाव का रोना रो रही है.
विधान सभा चुनाव की वजह से पुलिस बल की कमी का हवाला दे रही है. सवाल यह उठता है कि क्या इस अवधि में जिलावासियों की सुरक्षा भगवान भरोसे रहेगी. सोचने वाली बात यह है कि जब पुलिस एक गिरोह पर नकेल कसने में लाचार बनी है तो संवेदनशील जिले में पुलिस त्यौहार के मौके पर शांति व्यवस्था किस के बदौलत बरकरार रख पायेगी. इस संबंध में एएसपी सह सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद का कहना है कि चुनाव कार्य में जवानों के लगे रहने की वजह से थाने में जवानों की कमी हो गयी है. इसलिए पुलिस को काम करने में दिक्कत हो रही है. हालांकि उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इन घटनाओं का उद्भेदन कर दिया जायेगा. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मामले में कुछ लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है, लेकिन इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा.