चालू करें मोबाइल हेल्थ यूनिट : सांसद

दरभंगाः सांसद कीर्ति झा आजाद ने स्वास्थ्य विभाग को बंद पड़े छह मोबाइल हेल्थ यूनिट को जल्द चालू करने को कहा है. साथ ही पीएचसी व एपीएचसी पर चिकित्सकों व कर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश सिविल सजर्न को दिया है. सांसद मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभागार में एनआरएचएम की विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2013 5:05 AM

दरभंगाः सांसद कीर्ति झा आजाद ने स्वास्थ्य विभाग को बंद पड़े छह मोबाइल हेल्थ यूनिट को जल्द चालू करने को कहा है. साथ ही पीएचसी व एपीएचसी पर चिकित्सकों व कर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश सिविल सजर्न को दिया है. सांसद मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभागार में एनआरएचएम की विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित जिला स्तरीय निगरानी व सतर्कता समिति की बैठक में बोल रहे थे. उन्होंने पर्याप्त दवा के भंडारण पर जोर देते हुए कहा कि चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी अपने कार्यो का सही से निर्वहन करें. बैठक में उपस्थित विधायकों व सदस्यों को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि वे क्षेत्र में निगरानी रखें और समय-समय पर शिकायतें, समस्याएं व सुझाव दें, ताकि पता चल सके कि किस स्तर पर सुधार की आवश्यकता है.

बैठक में वर्ष 06-07 और 07-08 में एनआरएचएम से प्राप्त राशि का कम उपयोग होने पर विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने नाराजगी जतायी और पूछा कि इसकी वजह क्या है. डीएम ने इस मुद्दे पर बताया कि विभिन्न योजनाओं के प्रक्रिया में रहने के कारण विलंब हुआ और राशि खर्च न हो सकी. वहीं विधायक मदन सहनी ने पारासिटामोल टेबलेट की जगह अधिक मात्र में सिट्रीजीन टेबलेट की आपूर्ति होने पर आपत्ति जतायी और कहा कि कॉटेन की कमी हर पीएचसी व एपीएचसी पर है, जबकि इसका उपयोग सूई देने से लेकर ऑपरेशन तक होता है. बावजूद इसके रूई की कम आपूर्ति किया जाना समझ से बाहर है. इस मुद्दे पर सांसद ने डीएम से जांच कर रिपोर्ट देने को कहा. बैठक में उपस्थित विधायक डॉ इजहार अहमद ने विधायक फंड से खरीदी गयी एंबुलेंस के बेकार पड़े रहने का मामला उठाया. साथ ही पीएचसी व एपीएचसी पर डॉक्टर व कर्मियों की ड्यूटी चार्ट को डिसप्ले करने की जरूरत बतायी. उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर हाजिरी काट देने के बावजूद बिना किसी प्रक्रिया के वेतन भुगतान कर दिया जाता है. उन्होंने गौड़ाबौराम, कीरतपुर जैसे प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर चिंता जतायी.

डेंगू के 32 मरीज इलाजरत

बैठक में सदस्यों ने एक स्वर से डेंगू जैसे घातक बीमारी की रोकथाम के लिए समुचित इलाज व फॉगिंग की मांग की. सांसद ने सिविल सजर्न को इसकी रोकथाम के लिए समुचित व्यवस्था के लिए कहा. वहीं डीएमसीएच, कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम क्षेत्र में भी इलाज की व्यवस्था व फॉगिंग कराने का निर्देश दिया. बैठक में बताया गया कि डीएमसीएच में डेंगू के कुल 32 मरीज इलाजरत हैं. विधायक गोपालजी ठाकुर ने बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल का मामला उठाते हुए कहा कि चिकित्सकों की कमी, एंबुलेंस का अभाव ङोल रहा यह अस्पताल लोगों को सुविधा प्रदान करने में नाकाफी साबित हो रहा है. उन्होंने बिरौल में 75 बेड के अस्पताल की जगह मात्र 30 बेड के अस्पताल निर्माण पर भी आपत्ति जतायी. साथ ही बहादुरपुर प्रमुख चंद्रवाती देवी ने बहादुरपुर पीएचसी पर भी चिकित्सकों व दवा की कमी का मामला उठाया.

सांसद श्री आजाद ने सदस्यों व डीएम को बताया कि एनआरएचएम द्वारा छह मोबाइल हेल्थ यूनिट की स्वीकृति दी गयी थी. दो महीने तक सवा से डेढ़ सौ मरीजों का इलाज भी हुआ. बावजूद इसके असंतोषजनक कार्य का बहाना दिखा कर सभी मोबाइल यूनिट को बंद कर दिया गया. इस मामले की जांच का जिम्मा डीएम को दिया. वहीं कुशेश्वरस्थान की एएनएम मार्था डोडरॉय के बेहतर काम के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से न्यूयॉर्क में सम्मानित किये जाने के निर्णय पर सबने हर्ष व्यक्त किया. बैठक में बेनीपुर, गौड़ाबौराम, बहादुरपुर, अलीनगर के विधायक, डीडीसी भरत झा, पीएचडी के कार्यपालक अभियंता, आइसीडीएस के डीपीओ समेत अन्य सदस्य उपस्थित थे.

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