बच्चे लगा रहे नारा, मम्मी-पापा वोट दो

बच्चे लगा रहे नारा, मम्मी-पापा वोट दो स्कूली बच्चों ने संभाली जागरूकता की कमानरैली, प्रभातफेरी, कैंडिल मार्च, भाषण आदि से चल रहा अभियानदरभंगा. इस बार के विधानसभा चुनाव में निष्पक्ष व शत प्रतिशत मतदान को लेकर चुनाव व आयोग सरकार एवं स्वयं सेवी विभिन्न संस्थानों के अलावा स्कूली बच्चों ने जागरूकता की कमान संभाल रखी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2015 6:52 PM

बच्चे लगा रहे नारा, मम्मी-पापा वोट दो स्कूली बच्चों ने संभाली जागरूकता की कमानरैली, प्रभातफेरी, कैंडिल मार्च, भाषण आदि से चल रहा अभियानदरभंगा. इस बार के विधानसभा चुनाव में निष्पक्ष व शत प्रतिशत मतदान को लेकर चुनाव व आयोग सरकार एवं स्वयं सेवी विभिन्न संस्थानों के अलावा स्कूली बच्चों ने जागरूकता की कमान संभाल रखी है. आये दिन सरकारी एवं निजी विद्यालयों के बच्चे रैली, कैंडिल मार्च, भाषण, रंगोली, वाद विवाद प्रतियोगिता आदि के माध्यम से मतदाताओं में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहे हैं. यह पहली बार हो रहा है कि जागरूकता अभियान में बच्चे शामिल हो रहे हैं. इस अभियान में नन्हें-मुन्ने भी शामिल हो रहे हैं. जिनके तुतलाते एवं मासूम अपील लोगों को भा रहा है. उन्हें उनके अपील पर सोचने पर मजबूर कर रहा है. विभिन्न माध्यमों से चल रहे जागरूकता अभियान में जहां एक ओर छोटे छोटे बच्चे शामिल हैं. वहीं दूसरी ओर इसमें प्लस टू तक के छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं. ये बच्चे एनएसएस द्वारा आयोजित रैली व कैंडिलमार्च में शामिल हो रहे हैं. कहा जाता है कि जब स्कूली बच्चे इस तरह के अभियान से जुड़ते हैं तो उनके परिवार वालों को इस मुद्दे पर सोचने की मजबूरी बन जाती है. जब बच्चें अपने घरों में मम्मी-पापा, चाचा-चाची, दादा-दादी एवं भैया-भाभी को मताधिकार का प्रयोग करने को कहते हैं तो उन्हें आश्वस्त किया जाता है कि इस बार ऐसा ही होगा. वहीं जब यही बच्चे सड़काें पर रैली में उतरते हैं तथा नारों के माध्यम से मतदान की अपील करते हैं तो आसपास के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर ही लेते हैं. कई बड़े-बुजूर्गों ने बताया कि वे कई बार मतदान कर चुके हैं, किंतु ज्यादा से ज्यादा मतदान को लेकर विभिन्न स्तरों पर चल रहे अभियान उनके लिए नया अनुभव है. प्रत्याशियों अथवा उनके नुमाइंदो द्वारा तो मतदान के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कई बार देखा है. किंतु स्कूली बच्चों ने इस बार जिस प्रकार इस अभियान में हिस्सा ले रहे हैं, वे काबिले तारीफ है. ये बच्चे जब मतदान के काबिल होंगे तो उनकी यही सीख अनुभव उन्हें भी काम आयेगा. तथा जहां भी होंगे मतदान से चुकेंगे नहीं. यह मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अच्छा संकेत माना जा सकता है. तथा भविष्य में मतदान 70-80 प्रतिशत तक पहुंच जाये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी. बताते चले कि विभाग आदेश जारी कर समय समय पर मतदान के प्रति जागरूकता लाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करा रहा है. इस अभियान मेें समाजसेवी संगठन, बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग मिल रहा है.

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