पूरे रौ में दिखे मोदी, विरोधी पर छोड़े तरकश के बचे सारे तीर
पूरे रौ में दिखे मोदी, विरोधी पर छोड़े तरकश के बचे सारे तीर दरभंगा . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पूरे रौ में थे. अपने तरकश के बचे सारे तीर एक-एक कर विरोधी पर चलाने से नहीं चुके. शुरुआत में ही बता दिया. लोक सभा में मात्र 12 मिनट ही यहां के लोगों से […]
पूरे रौ में दिखे मोदी, विरोधी पर छोड़े तरकश के बचे सारे तीर दरभंगा . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पूरे रौ में थे. अपने तरकश के बचे सारे तीर एक-एक कर विरोधी पर चलाने से नहीं चुके. शुरुआत में ही बता दिया. लोक सभा में मात्र 12 मिनट ही यहां के लोगों से रुबरु हो सके थे. पर आज वे ऐसा नहीं करेंगे. जी भकर लोगों से रुबरु होंगे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के मिथिलांचल से प्रेम से लेकर अपने बिहार के विकास को लेकर दिये गये गये पैकेज तक की चर्चा तो की ही. विरोधियों को भी खूब निशाने पर लिया. करीब 50 मिनट के अपने भाषण में लालू प्रसाद, नीतीश कुमार एवं सोनिया गांधी पर उन्होंने जमकर निशाना साधा. मैथिली भाषा के सवाल पर उन्होंने लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि बीपीएससी से लालू प्रसाद ने मैथिली भाषा को हटाकर यहां के लोगों को अपमानित करने का काम किया. जबकि बाजपेयी जी ने मिथिलांचल के लोगों को संविधान की आठवीं अनुसूची में मैथिली को शामिल कर यहां के लोगों को सम्मानित करने का काम किया. विकास के सवाल पर दरभंगा के लोगों को रिझाते हुए कहा कि बिहार के विकास के लिए उन्होंने 165 करोड़ रुपये विशेष पैकेज दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने वादा किया था कि 2015 में हर घर में बिजली नहीं पहुंची तो वे वोट मांगने नहीं आयेंगे. क्या सभी घरों में बिजली पहुंच गयी. वे तो नहीं पहुंचा सके पर मैंने अकेले दरभंगा को बिजली के लिए पौने चार सौ करोड़ रुपये एलॉट कर दिया है.बिहार के विकास के लिए दिये छह सूत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के विकास के लिए छह सूत्र दिये. यह सूत्र है पढ़ाई, कमाई, दवाई, सड़क, बिजली और पानी. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक हर बच्चे को अच्छी एवं सस्ती पढ़ाई नहीं मिल जाती तब तक बिहार का विकास संभव नहीं है. पढ़ाई जरूरी है. इसकी व्यवस्था करनी होगी. युवाओं को अपने घर पर ही रोजगार मिले इसकी व्यवस्था करनी होगी. आज यहां के ढेर सारे नौजवान पंजाब, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्यों में कमाई के लिए जाते हैं. बूढ़े माता पिता को छोड़कर जाते हैं. दोस्त यार को छोड़कर जाते हैं. इसलिए युवाओं को रोजागार की व्यवस्था करनी होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार में स्वास्थ्य सुविधा बदहाल है. यहां डॉक्टरों की कमी है. अस्पताल में दवाई नहीं है. बूढ़े बुजुर्गों का इलाज सही से नहीं हो पाता है. इसकी व्यवस्था करनी होगी. सड़क, बिजली एवं पानी के सवाल पर भी उन्होंने कहा कि किसानों को खेतों में पानी में पानी मिल जाये तो किसान मिट्टी में भी सोना पैदा कर देंगे. तीन बातों के लिए बिहारवासियों को दिया धन्यवादबिहार विधानसभा के संपन्न हुए चुनाव में तीन बातों के लिए प्रधानमंत्री ने बिहार वासियों को धन्यवाद दिया. पहला उन्होंने कहा कि बिहार में एक भी बूथ लूट की घटना नहीं हुई. दूसरा माओवादियों, उग्रवादियों की धमकी के बावजूद लोगों ने निर्भय होकर मतदान किया और तीसरा लगातार मतदान प्रतिशत के रिकार्ड को तोड़ा. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बिहार के लिए बहुत बड़ी बात है. शांतिपूर्ण तरीके से चार चरणों का चुनाव संपन्न हो गया. लोगों ने बिना भय के मतदान ही नहीं किया गया बल्कि हर एक चरण में पिछले चरण का रिकार्ड तोड़ा यह बहुत बड़ी बात है. एक को जंगलराज तो दूसरे को बताया जंतर मंतरलालू व नीतीश पर पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जंगलराज तो दूसरा जंतर मंतर है. दोनों की युगलबंदी हो गयी है. दोनों मिलकर बचे खुचे बिहार को भी बर्बाद करना चाहते हैं. पर मतदाताओं ने उनके युगलबंदी को नकार दिया है. दिल्ली में बैठकर एक प्रतिशत दो प्रतिशत फलां जाति का वोट फलां जगह जाने से समीकरण बनाने एवं बिगाड़ने की बात करने वाले पॉलिटकल पंडितों का भी दिमाग चकरा गया है. बिहार की सभा में उमड़ी भीड़ से सभी का दिमाग चकरा गया है. अब पुरानी डायरियों को बंद कर लिया है. क्योंकि यहां की जनता ने इतिहास रच दिया है. यहां की जनता इस चुनाव के माध्यम से देश की बहुत बड़ी सेवा की है. देश के लोकतंत्र को जातिवाद का जहर एवं सम्प्रदायवाद खरोंच पैदा करता था. उन दोनों से ऊपर उठकर लोगों ने विकास के मुद्दे को स्वीकार किया है. यही वजह है कि बिहार का चुनाव दूसरे प्रदेशों के लिए भी सबक बन गया है. बगैर विकास किये कोई भी पार्टी जनता के सामने टिक नहीं सकता. यह बहुत बड़ी बात है. जाते-जाते वे लोगों से वादा कर गये कि आपके जिंदगी में बदलाव लायेंगे.