पितरों को आज दिखायी जायेगी राह
पितरों को आज दिखायी जायेगी राह उल्का भ्रमण को लेकर गरम रहा बाजार फोटो संख्या- 06 व 12परिचय- उल्का बेचती महिला व उल्का बेचती बच्ची दरभंगा . दीपावली की शाम मिथिला में एक विशेष परंपरा का भी निर्वाह किया जाता है. इसमें उल्का भ्रमण का प्रचलन है. शास्त्रीय मत के अनुसार उल्का भ्रमण के माध्यम […]
पितरों को आज दिखायी जायेगी राह उल्का भ्रमण को लेकर गरम रहा बाजार फोटो संख्या- 06 व 12परिचय- उल्का बेचती महिला व उल्का बेचती बच्ची दरभंगा . दीपावली की शाम मिथिला में एक विशेष परंपरा का भी निर्वाह किया जाता है. इसमें उल्का भ्रमण का प्रचलन है. शास्त्रीय मत के अनुसार उल्का भ्रमण के माध्यम से पितरों को राह दिखायी जाती है. इस क्रम में विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ भ्रमण किया जाता है. खर व सनई के सात संठियों से उल्का तैयार किया जाता है. इसे कुश से सात स्थानों पर बांधा जाता है. शाम ढलते ही घर के बड़े गोसाउनिक घर से उल्का लेकर निकलते हैं. इस दौरान पितर पक्ष में पृथ्वी पर पहुंचे पितरों को वापस देवलोक में जाने के लिए राह दिखाने की बात मंत्र के माध्यम से कही जाती है. मान्यता है कि उल्का भ्रमण से पितर प्रसन्न होते हैं और अपनी अगली पीढ़ी को शुभाशीष देते हैं. इधर उल्का भ्रमण में घर के सभी पुरुष बूढे से बच्चे तक शामिल होते हैं. इस शास्त्रीय परंपरा के बीच बच्चे जमकर मस्ती भी कर लिया करते हैं. शहरी क्षेत्र में सामानों की अनुपलब्धता के कारण इस परंपरा का किसी तरह निर्वाह किया जाता है. बाजार में मिल रहे उल्का की खरीदारी कर भ्रमण करते हैं. लिहाजा मंगलवार को बाजार में उल्का लेकर बिक्री करते लोगों की संख्या खूब नजर आयी.