पैदल चलने वालों को भी नहीं मिल रही थी जगह

पैदल चलने वालों को भी नहीं मिल रही थी जगह पूजन सामग्री की खरीदारी को उमड़ी बाजार में भीड़ फोटो संख्या-05परिचय- लहेरियासराय गुदरी में उमड़ी भीड़ फोंटो संख्या- 06परिचय- अगरबत्ती बेचता युवक फोटो संख्या- 08परिचय- पूजन सामग्री की खरीदारी करते लोग फोटो संख्या-10परिचय- गुड़ की दुकान पर जमे खरीदारफोटो संख्या-‘ 11परिचय- फल की खरीदारी करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2015 8:29 PM

पैदल चलने वालों को भी नहीं मिल रही थी जगह पूजन सामग्री की खरीदारी को उमड़ी बाजार में भीड़ फोटो संख्या-05परिचय- लहेरियासराय गुदरी में उमड़ी भीड़ फोंटो संख्या- 06परिचय- अगरबत्ती बेचता युवक फोटो संख्या- 08परिचय- पूजन सामग्री की खरीदारी करते लोग फोटो संख्या-10परिचय- गुड़ की दुकान पर जमे खरीदारफोटो संख्या-‘ 11परिचय- फल की खरीदारी करते श्रद्धालु फोटो संख्या- 12परिचय -अरतक पात व बद्धी खरीदती महिला दरभंगा. छठ पर्व को लेकर सोमवार को बाजार मेंं खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी. दरभंगा टावर से लेकर लहेरियासराय गुदरी तक की सड़क खरीदारों से पट गयी. लोगों को पैदल चलने तक की जगह नहीं मिल पा रही थी. पूरा बाजार ग्राहकों से गुलजार हो उठा. उल्लेखनीय है कि छठ पर्व पर जमकर खरीदारी होती है. फल के साथ ही पूजन सामग्री लोग खरीदते हैं. वहीं नये वस्त्र की भी खूब बिक्री होती है. इस कारण आमतौर पर सुबह दस बजे से खुलने वाली दुकानें सोमवार को सात बजे से ही खुलनी शुरू हो गयी. बाजार में ग्राहक भी इसी समय से जुटने लगे. सबसे अधिक भीड़ फल की दुकान पर नजर आयी. श्रद्धालुओं ने नारियल, केला, सेव, अलुआ, आदी, ईख, अजनाश के साथ ही फल की खरीदारी की. वहीं सूप पर प्रसाद स्वरूप रखने के लिए अरतक पात व बद्धी भी खरीदी. ग्राहकों की इस संभावित भीड़ को देखते हुए व्यवसायियों ने पहले से तैयारी कर रखी थी. बड़ी मात्रा में बाहर से केले मंगवाये गये थे. दो हत्था से लेकर 52 हत्थे तक का केले का घौद ग्राहकों के लिए उपलब्ध था. वहीं अन्य फल भी पर्याप्त मात्रा में मिल रहा था. सामानों की उपलब्धता का असर महंगाई पर पड़ता नहीं दिखा. गत वर्ष की तुलना में इस साल सभी वस्तुओं की कीमतों मेंं उछाल ही झेलनी पड़ी. दूसरी ओर इसके मद्देनजर बाजार में सैंकड़ों की संख्या में अस्थायी दुकानें भी सजा दी गयी थी. पहले से सिकुड़ी सड़क के बीचोंबीच लगी इन अतिरिक्त दुकानों ने बाजार की भीड़ को और बढ़ा दिया था. त्योहार को लेकर वैसे तो संध्याकालीन अर्घ्य यानी मंगलवार को भी खरीदारी होगी, लेकिन अधिकांश लोगों ने सारे सामान एक दिन पूर्व ही खरीद लिये. प्रसाद तैयार करने के लिए गुड़ की भी खूब बिक्री हुई तो सूप, ढकिया, कोनियां सरीखे अपरिहार्य बांस के बरतन की दुकानों पर भीड़ शाम तक जमी रही. हाथी, कुड़वार, दीप, चौमुख, सरवा, आदि की खरीददारी के लिए कुंभकारों के यहां लोगों का जमावड़ा लगा रहा. इधर इस पर्व पर नये वस्त्र धारण करने की परंपरा के तहत खासकर रेडिमेड कपड़ों की दुकान पर ग्राहकों का तांता लगा रहा.

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