समय से पहुंच जाते वरीय अधिकारी तो नहीं होता उपद्रव

समय से पहुंच जाते वरीय अधिकारी तो नहीं होता उपद्रव फोटो::::::::: स्थानीय प्रशासन ने भी मामले को नहीं लिया गंभीरता से दिनभर परेशान रहे लोग, लिंक पथ को भी कर रखा था जाम सिंघवाड़ा : सिमरी थाना क्षेत्र के सिमरी चौक पर हुए उपद्रव व थाना पर आगजनी की घटना ने प्रशासन की तत्परता एवं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2015 9:54 PM

समय से पहुंच जाते वरीय अधिकारी तो नहीं होता उपद्रव फोटो::::::::: स्थानीय प्रशासन ने भी मामले को नहीं लिया गंभीरता से दिनभर परेशान रहे लोग, लिंक पथ को भी कर रखा था जाम सिंघवाड़ा : सिमरी थाना क्षेत्र के सिमरी चौक पर हुए उपद्रव व थाना पर आगजनी की घटना ने प्रशासन की तत्परता एवं सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिये हैं. आक्रोशित लोगों की महज एक ही डिमांड थी कि वरीय अधिकारी पहुंचें और कार्रवाई का आश्वासन दें. इसके बाद सड़क जाम समाप्त कर दिया जायेगा. स्थानीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी लोगों के आक्रोश को देखकर खूद ही सहमें हुए थे. स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा लगातार वरीय अधिकारियों को पल पल की सूचना दी जा रही थी. बावजूद करीब चार घंटे विलंब से वरीय अधिकारी पहुंचे. जब वरीय अधिकारी पहुंचे तब तक वह सब कुछ हो चुका था, जो नहीं होनी चाहिए थी. एनएन 57 करीब चार घंटे तक जाम रहा. सड़कों पर खड़े करीब दो दर्जन से अधिक वाहनों के शीशे तोड़ दिये गये थे. सड़क पर टायर जलाकर आगजनी कर दी गयी थी. लोग हाथ में लाठी -डंडा लिये हुए थे. सैकड़ों लोग इस प्रदर्शन में शामिल थे.बता दें कि घटना की शुरुआत मंगलवार की रात से ही शुरु हो गयी. जिस असामाजिक तत्वों ने कलश (कुरवार) को फोड़ा उसे किसी ने नहीं देखा. स्थानीय लोगों की मानें तो छठ पर्व पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देकर लोग अपने अपने घर चले गये थे. सभी अपना कलश छठ घाट पर ही छोड़ गये थे. यहां की परंपरा है कि लोग रात भर अपने कुरवार को छठ घाट पर ही रखते हैं. उसकी पूजा अर्चना करते हैं. जब लोग रात में पूजा करने के लिए पहुंचे तो छठ घाट पर रखे गये 50-60 कुरवार को तोड़ पानी में फेंक दिया. इस घटना को किसने अंजाम दिया, इसे किसी ने नहीं देखा. इस घटना के बाद से लोग आक्रोशित हो उठे. तुरंत थानाध्यक्ष दिनेश पासवान, सीओ स्वयंवर झा समेत अन्य को सूचना दी. सभी पहुंचे भी. लोगों केा समझाने बुझाने का प्रयास भी किया पर लोग नहीं मानें. लोगों को आक्रोश चरम पर था. सभी आकर एनएन 57 को सिमरी चौक के निकट जाम कर दिया. घटना की सूचना पर सिटी एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी पहुंचे. बाद में जाम स्थल पर पहुंचकर अधिकारियों ने सुबह आठ बजे तक कार्रवाई करने का आश्वासन देकर जाम को करीब पौने ग्यारह बजे समाप्त कराया. पर दिन के बारह बजे तक कार्रवाई नहीं होने पर फिर लोग भड़क गये और सड़क पर आगजनी एवं तोड़फोड़ करना प्रारंभ कर दिया. लोगों की एक ही डिमांड थी कि वरीय अधिकारी घटनास्थल पर आवें. इधर वरीय अधिकारियों के आने में जितना विलंब हो रहा था, वैसे वैसे लोगों का आक्रोश भी बढ़ने लगा था. लोग इतने आक्रोशित हो गये कि थाना पर पहुंचकर तोड़फोड़ शुरु कर दी. थाना पर खड़े दो पुलिस वाहन एवं एक बीडीओ की गाड़ी में आग लगा दी. इस घटना के बाद वरीय अधिकारियों को हुजूम काफी संख्या में फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंची. इसमें डीएम, एसएसपी समेत अन्य अधिकारी शामिल थे. इसके बाद करीब साढे चार बजे लोगों ने जाम को समाप्त किया.

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