कृत्रिम घाटों पर भी किया अर्घदान
दरभंगा : खतरनाक होते घाट व कम पड़ते जगह को देखकर कृत्रिम घाटों पर अर्घ्यदान का चलन साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है. इस वर्ष भी विभिन्न मुहल्लों में लोगों ने कृत्रिम घाट बनाकर इस महापर्व को मनाया. कई मुहल्लों में जहां तीन-चार परिवार आपस में मिलकर इसका आयोजन किया तो कई जगहों पर व्यक्तिगत स्तर […]
दरभंगा : खतरनाक होते घाट व कम पड़ते जगह को देखकर कृत्रिम घाटों पर अर्घ्यदान का चलन साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है.
इस वर्ष भी विभिन्न मुहल्लों में लोगों ने कृत्रिम घाट बनाकर इस महापर्व को मनाया.
कई मुहल्लों में जहां तीन-चार परिवार आपस में मिलकर इसका आयोजन किया तो कई जगहों पर व्यक्तिगत स्तर पर भी इसके प्रबंध किये गये थे. श्रद्धालुओं ने गड्ढ़ा खोलकर उसमें पानी भरकर घाट तैयार किया. इन घाटों की भी आकर्षक सजावट की गयी थी. चारों ओर केले के थम्ब लगाकर रंग-बिरंगे कागज व पॉलीथीन के झंडे बांध दिये गये थे.
बिजली-बत्ती की भी वैकल्पिक व्यवस्था की गयी थी. ऐसे घाटों पर भी ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाये गये थे. कमोबेश ये घाट भी पूरी तरह छठ की झलक दे रहे थे. फर्क इतना था कि आकार के अनुसार इन जगहों पर भक्तों का जमावड़ा कम था.