कुश्ती में श्याम सुंदर व शमशाद संयुक्त रुप से बने विजेता
तारडीह : प्रखंड के महिया स्थित बजराहा परती मैदान पर रूद्र सावित्री कुश्ती प्रतियोगिता का दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन गुरुवार को हो गया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप महानिरीक्षक उमाशंकर सुधांशु ने पहलवानों को पुरस्कार देते हुए कहा कि दो-दो विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह के गृह क्षेत्र में आज भी […]
तारडीह : प्रखंड के महिया स्थित बजराहा परती मैदान पर रूद्र सावित्री कुश्ती प्रतियोगिता का दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन गुरुवार को हो गया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि उप महानिरीक्षक उमाशंकर सुधांशु ने पहलवानों को पुरस्कार देते हुए कहा कि दो-दो विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह के गृह क्षेत्र में आज भी लुप्त हो रहे कुश्ती जीवित है.
समिति के सभी सदस्य इस कुश्ती का आयोजन करने में तन मन धन जन लगा देते हैं. निश्चित रूप से प्रशंसा के पात्र हैं. पहलवानों को शुभकामना देते हुए कहा कि इस खेल में एकाग्रता तथा तरकीब का महत्व है. जिसे पहलवानों ने कुश्ती में दिखाया है. सभी विजेता और उप विजेताओं को बधाई दी.
इसके अलावा वन संरक्षक मुजफ्फरपुर मनोज कुमार सिंह ने पहलवानों को प्रोत्साहित करते हुए उनकी प्रशंसा की. वहीं वन संरक्षण पदाधिकारी संतोष कुमार तिवारी ने भी आयोजकों और पहलवानों की प्रशंसा की. कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा कि हर साल की तरह इस आयोजन को लेकर पूरा क्षेत्र उत्सुक रहता है.
विभाग एवं क्षेत्र के लोग इस कुश्ती को चलाने में सहयोग करते हैं.इसमें मैं सबों का अाभार प्रकट करता हूं. इसे वृहत रूप से से तथा विस्तार पूर्वक किया जाये, इस पर विचार किया जा रहा है. अतिथियों को पाग चादर से सम्मानित किया गया.समापन समारोह में तीन श्रेणी के पहलवानो को स्मृति पत्र पुरस्कार तथा नकद राशि दी गयी.
मुख्य रुप से हेवी वेट में शयाम सुन्दर यादव और मो.शमशाद को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया.मध्यम श्रेणी में मंगा राम यादव विजेता तथा विमल यादव को उप विजेता घोषित किया गया, तो लाइट श्रेणी में मंगा राम यादव और मो. मुलायम को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया.
सर्वश्रेष्ठ पहलवान का पुरस्कार मो. शमशाद को दिया गया. इस आयोजन में प्रखंड प्रशासन,सकत पुर थाना पुलिस ने शांति व्यवस्था कायम रखने में अहम भूमिका निभायी. समिति के मुख्य सदस्यों में इन्द्रकान्त ठाकुर, महानन्द झा, भगवान झा, आनन्द ठाकुर, विजय कुमार, अजय कुमार, दयानान्द झा, अनील चौधरी, शिवाशंकर सिंह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बढ चढ कर भाग लिया.