सूबे में जंगलराज नहीं कायम हो गया आतंक राज: सांसद
सूबे में जंगलराज नहीं कायम हो गया आतंक राज: सांसद बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा के तेवर तल्खकहा, एक माह में नहीं हुआ सुधार तो होगा जनांदोलनफोटो. 7परिचय. संवाददाता सम्मेलन में बोलते सांसद कीर्त्ति आजाद साथ में नगर विधायक संजय सरावगी, जाले विधायक जीवेश कुमार व केवटी के पूर्व विधायक अशोक यादवदरभंगा: जिले में […]
सूबे में जंगलराज नहीं कायम हो गया आतंक राज: सांसद बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा के तेवर तल्खकहा, एक माह में नहीं हुआ सुधार तो होगा जनांदोलनफोटो. 7परिचय. संवाददाता सम्मेलन में बोलते सांसद कीर्त्ति आजाद साथ में नगर विधायक संजय सरावगी, जाले विधायक जीवेश कुमार व केवटी के पूर्व विधायक अशोक यादवदरभंगा: जिले में बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था पर भाजपा ने प्रशासन के साथ ही सूबे की सरकार को आरे हाथों लिया है. एक माह के भीतर स्थिति में सुधार नहीं होने तथा संगीन मामलों की जांच कर दोषी पर कार्रवाई नहीं होने पर जनांदलोन की धमकी दी है. मंगलवार को कटहलवाड़ी स्थित अपने आवास पर विधायकों व पूर्व विधायक की मौजूदगी में सांसद कीर्त्ति आजाद ने कहा कि हम लोगों को महागठबंधन के सत्तासीन होने पर जंगलराज टू के आ जाने की आशंका थी, लेकिन महज चंद दिनों में ही जो स्थिति बन गयी है, उससे लगने लगा है कि यहां आतंकराज कायम हो गया है. रक्षक ही भक्षक बन बैठी है. पुलिस ने फिरौती का नया सिस्टम इजाद कर लिया है. कहते हैं कि इतिहास खुद को दुहराता है. जिस समय तथाक थित सुशासनबाबू वीडिओ कांफ्रेंसिंग कर रहे थे उसी समय राजद के विधायक सरोज यादव पुलिस को हत्या के एक संगीन मामले में धमका रहे थे. पूरे प्रदेश में आतंकराज कायम हो गया है. सांसद ने कहा कि पहले भी यहां पुलिस कप्तान थे, लेकिन तब ऐसा नहीं था. अब क्या हो गया? महागठबंधन के सत्तासीन होते ही कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी. सांप्रदायिक दंगे कराने में मौजूदा सरकार लगी है. दोनार के कट्टा प्रकरण पर तल्ख लहजे में कहा कि पुलिस की भूमिका उजागर हो गयी है. और तो और एक जमादार की हत्या पर पुलिस आगजनी कर तोड़फोड़ की, लेकिन दोषी पर कार्रवाई की बात तो दूर एफआइआर तक दर्ज नहीं की गयी. इसे अब और बरदास्त नहीं किया जायेगा. अगर एक माह के भीतर इन सभी मामलों की जांचकर दोषी के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गयी तो भाजपा जनांदोलन करेगी. मौके पर नगर विधायक संजय सरावगी ने कहा कि चुनाव बाद कानून व्यवस्था में भारी गिरावट आयी है. अपेक्षा है कि इसमें अविलंब सुधार होगा. दोनार हथियार बरामगी मामले पर कहा कि हमने खुद सीसीटीव का फुटेज देखा है. 8 मिनट पहले जिसने कट्टा रखा वही बाद में उसे बरामद करता नजर आ रहा है. आश्चर्यजनक पहलू यह है कि पुलिस घटना स्थल पर काफी पहले से मंडराती नजर आ रही है. प्रशासन व्यवसायियों के भयादोहन में लग गयी है. चोरी, डकैती सरीखे वारदातों के फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. पुलिस की स्थिति ऐसी है कि वह एफआइआर तक नहीं लेती. इस तरह के कई शिकायत उनके पास आ चुके हैं. नगर थाने की पुलिस तो पास्पोर्ट के लिए खुलेआम 1200 रू पये की मांग करती है. श्री सरावगी ने कहा कि मतगणना की रात ही पुलिस ने आर्म्स एक्ट के मामले में साजिश के तहत भाजपा कार्यकर्त्ताओं को फंसाने का प्रयास किया. राज्य सरकार तुरंत इस पर संज्ञान ले. जाले के एमएलए जीवेश कुमार ने कहा कि नई सरकार के गठन के साथ ही उपद्रव प्रारंभ हो गया है. पूरे क्षेत्र में अराजक माहौल कायम हो गया है. केवटी के पूर्व विधायक अशोक यादव ने बसतवाड़ा की घटना के लिए पूरी तरह प्रशासन को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि निर्दोषों को फंसाया जा रहा है. जो शांति समिति की बैठक में पुलिस के साथ बैठे थे, उसका भी नाम उपद्रव में डाल दिया गया है. प्रशासन इसकी निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कराये. इसमें भाजपा पूरी तरह सहयोग के लिए तैयार है. अगर ऐसा नहीं किया जाता तो उग्र आंदोलन के लिए तैयार रहे.