योजनाआंे की जांच मंे कई तथ्य उजागर होने की संभावना
योजनाआंे की जांच मंे कई तथ्य उजागर होने की संभावना कार्य एजेंसी व अभिकर्त्ताओं में हड़कंपनगर विकास के प्रधान सचिव के निर्देश पर होगी जांचदरभंगा : शहरी क्षेत्र की योजनाओं की जांच के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा द्वारा टीम गठित करने के बाद इन योजनाओं से जुड़े […]
योजनाआंे की जांच मंे कई तथ्य उजागर होने की संभावना कार्य एजेंसी व अभिकर्त्ताओं में हड़कंपनगर विकास के प्रधान सचिव के निर्देश पर होगी जांचदरभंगा : शहरी क्षेत्र की योजनाओं की जांच के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा द्वारा टीम गठित करने के बाद इन योजनाओं से जुड़े अभिकर्त्ताओंं में हड़कंप है. जांच टीम मंे दयाशंकर बहादुर एवं विमलेश कुमार सिंहा है. विभागीय सूत्रांे के अनुसार शहरी क्षेत्र की कई योजनाओं में विभागीय प्राक्कलन के अनुरुप कार्य नहीं करने, कई पीसीसी सड़कों के किनारे वर्षों बाद भी साइड-सोलिंग नहीं करने, मेंटिनेंस अवधि एक साल के भीतर ही पीसीसी सड़क जर्जर होने की शिकायत नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को मिली है. इतना ही नहीं करीब 6 माह पूर्व मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना एवं विभिन्न सड़कांे पर करीब 400 एलईडी लाइट लगाये गये थे. निविदा के एकरारनामा के अनुसार योजना के अभिकर्त्ता को अगले तीन वर्षों तक इन लाइटों का मंेटिनंेस भी करना है. लेकिन स्थिति यह है कि लगने के साथ ही दर्जनों लाइट खराब हो गये. कई पार्षदों ने इसकी शिकायत दुर्गापूजा के समय ही मेयर एवं नगर आयुक्त से की. दुर्गापूजा की कौन कहे दीपावली एवं छठ पर्व बीत जाने के बाद भी वारंटी अवधि में इन लाइटों की अबतक मरम्मत नहीं की गयी है. इसके कारण शाम होते ही डब्ल्यूआइटी रोड, पॉलिटेक्निक चौक से हसनचक, हसनचक से आयकर चौक होते हुए विद्यापति चौक, स्टेशन रोड हनुमान मंदिर से भगत सिंह चौक सहित कई मार्गों पर घुप्प अंधेरा पसरा रहता है. जानकारों क ा मानना है कि जांच के दौरान कई और योजनाओं की गुणवत्ता का पोल खुलेगी. सूत्रों के अनुसार एक-दो दिन में जांच टीम यहां पहुंचेगी.