सत्र का हो रहा समापन, बिना पुस्तक के हो रही पढ़ाई

सत्र का हो रहा समापन, बिना पुस्तक के हो रही पढ़ाई गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का ढिंढोरा, कितना सार्थक ? सर्व शिक्षा अभियान के दावे और हकीकतकमतौल/जाले : मध्य विद्यालय रतनपुर और उत्क्रमित मवि गंगेश्वर स्थान में कक्षा चार और पांच के छात्रों को पुस्तकों के बिना पढ़ता देख इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2015 6:51 PM

सत्र का हो रहा समापन, बिना पुस्तक के हो रही पढ़ाई गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का ढिंढोरा, कितना सार्थक ? सर्व शिक्षा अभियान के दावे और हकीकतकमतौल/जाले : मध्य विद्यालय रतनपुर और उत्क्रमित मवि गंगेश्वर स्थान में कक्षा चार और पांच के छात्रों को पुस्तकों के बिना पढ़ता देख इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का ढिंढोरा पिटने का दावा करने वाले सर्व शिक्षा अभियान की सच्चाई क्या है? अप्रैल से शुरू शिक्षण सत्र का समापन होने में महज चार माह शेष बचे हैं. नवंबर माह समाप्त होने को है़ दिसंबर, जनवरी और फरवरी के बाद मार्च माह में वार्षिक परीक्षा होगी़ परन्तु अब तक छात्रों को पुस्तकों का दर्शन नहीं हो सका है़ ऐसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किये जाने की बात कहां तक जायज है? सहज अंदाजा लगाया जा सकता है़ जाले प्रखंड क्षेत्र का यह मध्य विद्यालय सर्व शिक्षा अभियान के दावों कि हकीकत बयां करने के लिए काफी है़ ऐसे एक नहीं कई विद्यालय हैं, जहां गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के दावे की हकीकत देखी जा सकती है़ जिम्मेदार पदाधिकारी जानबूझ कर भी अनजान बने हुए हैं. बॉक्स::::::::::::::30 फीसदी छात्र पुस्तक विहीनबीआरसी से मिली जानकारी पर भरोसा करें तो अबतक करीब 30 फीसदी छात्र पुस्तक विहीन हैं. बीआरसी समन्वयक मनोज कुमार की मानें तो वर्ष 15-16 के लिए डिमांड के अनुरूप मात्र 70 प्रतिशत ही किताब उपलब्ध हुआ़ जिसका वितरण करवाया गया़ पहले आओ अहले पाओ के आधार पर पुस्तकों का वितरण करने से कई विद्यालय पुस्तक पाने से वंचित रह गये. खासकर जहां महिला शिक्षिका प्रभार में थीं, वहां कठिनाई ज्यादा हुई़ कतिपय कारणों से समय पर नहीं पहुंचने से उन्हें पुस्तक का आवंटन नहीं मिला़ यहां बिना पुस्तकों के ही पढ़ाई चल रही है़ विद्यालय प्रधान मंजू देवी ने बताया की कक्षा चार में 97 तथा पांच में 82 नामांकित छात्रों को पुस्तक नहीं दी जा सकी है़ वहीं कृष्णा देवी ने विभागीय नाकामी को छिपाने की कोशिश करते हुए बताया की पिछले वर्ष दी गयी किताबों का संकलन कर कुछ बच्चों को दिया गया है़ शेष अभी भी वंचित हैं. पूछे जाने पर बीइओ अहल्या कुमारी ने दूरभाष पर बताया कि सर्व शिक्षा अभियान से डिमांड के अनुरूप करीब तीस प्रतिशत पुस्तक कम मिला था. जिसका वितरण करवाया गया़ शेष के लिए विभागीय स्तर पर पत्राचार किया गया़ बावजूद अबतक किताब उपलब्ध नहीं हो सका है़

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