खूब बिक रहे नकली खाद बीज, किसानों में रोष

खूब बिक रहे नकली खाद बीज, किसानों में रोष कुशेश्वरस्थान पूर्वी. रबी फसल की बुआई अब अंतिम चरण में है. बावजूद अब तक सरकारी स्तर पर खाद-बीज उपलब्ध नहीं कराये जाने लेकर पूर्वी एवं पश्चिमी प्रखंड के किसानों में रोष है. वहीं दूसरी ओर स्थानीय बाजार और चौक चौराहे पर नकली खाद और बीज की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2015 6:53 PM

खूब बिक रहे नकली खाद बीज, किसानों में रोष कुशेश्वरस्थान पूर्वी. रबी फसल की बुआई अब अंतिम चरण में है. बावजूद अब तक सरकारी स्तर पर खाद-बीज उपलब्ध नहीं कराये जाने लेकर पूर्वी एवं पश्चिमी प्रखंड के किसानों में रोष है. वहीं दूसरी ओर स्थानीय बाजार और चौक चौराहे पर नकली खाद और बीज की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है. जिसका सीधा असर रबी की पैदावार पर होने की संभावना प्रबल हो गयी है. जानकारों की मानें तो चुनाव के कारण विभाग की ओर से खाद -बीज का आवंटन नहीं हो पाया. जिसका लाभ उठाते हुए खाद -बीज के दुकानदारों एवं दलालों ने बड़े पैमाने पर अंतर जिला से नकली खाद-बीज का आयात कर लिये. असली बोरा में पैक कर ऊंचकी कीमत में बेचते हैं. कृषक इसे उन्नत किस्म के खाद-बीज समझकर बड़े उम्मीद से खेतों में बुआई करते हैं. पर समय सीमा बीत जाने के बावजूद भी खेतों में इसका अंकुरण और पौधे की वृद्धि नहीं होने से उन्हें निराशा के अलावा कुछ हाथ नहीं लगता. ऐसी परिस्थिति में कृषकों का आक्रोश स्वाभाविक है. नकली खाद -बीज से आक्रोशित कृषकों की शिकायत बीएओ कार्यालय तक धीरे-धीरे पहुंच रही है. हालांकि विभागीय उदासीनता के कारण ऐसी शिकायतों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. इस बाबत कुशेश्वरस्थान उतरी पंचायत के कृषक चंद्रशेखर साह,केवटगामा के केदार प्रसाद सिंह, सुधराईन के विवेकानंद राय पश्चिमी प्रखंड के ताराचंद्र चौधरी, बड़गांव के मुखिया सह कृषक बादल सिंह आदि का कहना है कि रबी महोत्सव व प्रशिक्षण के नाम पर हजारों रुपये कागज पर खर्च कर उठाव कर लिया जाता है. पर कृषकों को इसका कोई भी लाभ नहीं होता.

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