थाना तो हो गया, अब पदाधिकारी कब मिलेंगे?
थाना तो हो गया, अब पदाधिकारी कब मिलेंगे? पहली दिसंबर से अलीनगर ओपी थाना में तब्दील भवन व कर्मी की पोस्टिंग होना अब भी बांकी फोटो संख्या : 46परिचय : अलीनगर थाने की तसवीर अलीनगर. काफी लंबी प्रतीक्षा के बाद अलीनगर ओपी को अब थाना का दर्जा मिल गया है. बहेड़ा थाना की जगह अब […]
थाना तो हो गया, अब पदाधिकारी कब मिलेंगे? पहली दिसंबर से अलीनगर ओपी थाना में तब्दील भवन व कर्मी की पोस्टिंग होना अब भी बांकी फोटो संख्या : 46परिचय : अलीनगर थाने की तसवीर अलीनगर. काफी लंबी प्रतीक्षा के बाद अलीनगर ओपी को अब थाना का दर्जा मिल गया है. बहेड़ा थाना की जगह अब अलीनगर थाना में ही प्राथमिकी दर्ज होंगी. दर्ज प्राथमिकी में यही से प्राथमिकी की संख्या भी दिया जायेगा. पर्याप्त अधिकारियों, पुलिस बल और अने भवन का अभी भी इसे अभाव है. पहली दिसंबर से इस नये थाना मे ंप्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जिला के वरीय पुलिस अधीक्षक ने दिया था लेकिन इसे शुभ ही माना जायेगा कि 10 दिनों में कोई प्राथमिकी थाना में दर्ज नहीं हुई है. सच पूछिये तो वर्ष 1992 से संचालित इस ओपी की अधिसूचना तक नहीं हुई थी. वह तत्कालीन दरभंगा जिला पुलिस अधीक्षक के तात्कालिक व्यवस्था के अनुसार ही संचालित हो रहा था. मामले यहां से अग्रसारित कर बहेड़ा थाना भेजे जाते थे तो वहां दर्ज किया जाता थ. गृह आरक्षी विभाग की अधिसूचना संख्या 5996 दिनांक 21 अगस्त2015 के अनुसार यह पूर्ण रूप से थना हो गया, जिसमें प्रखंड के 11 पंचायतों में से 7 पंचाायतों का पूर्ण भाग जो पहले से ओपी में था, वह अब भी है. जबकि हरसिंहपुर, जयंतीपुर दाथ व जौघट्टा गांव बहेड़ा थाना में है. मोतीपुर पंचायत व अधलोआम पंचायत बहेड़ा थाना में तो लहटाझ्रतुमौलझ्रसूहथ पंचायत मनीगाछी व बहेड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है. दो सर्किल वाले इस थाना क्षेत्र की जनसंख्या एक लाख से अधिक है. हरसिंहपुर गांव के लोगों के लिए अब भी समस्या बनी रह गयी कि चार किलोमीटर दूरी वाले अलीनगर थाना की जगह उन्हें अब भी 12 किलोमीटर दूर घनश्यामपुर थना का चक्कर काटना पड़ेगा. थाना के लिए पुलिस अवर निरीक्षक का दो पद,एएसआइ का चार पद, हवलदार का तीन पद, सिपाही का 12 व चालक का एक पद सृजित किया गया है, किंतु अभी पुलिस अवर निरीक्षक (अर्थात थाना अध्यक्ष) मात्र एक, एएसआइ 2, सिपाही 4, चालक 1 एवं हवलदार शून्य है. बीस में से छह चौकीदारों का पद रिक्त है. दो दफादार कार्यरत हैं. वर्षों से जिस सामुदायिक भवन में ओपी संचालित हो रहा था, थाना अब भी भवन के अभाव में नहीं हैं. थाना अध्यक्ष सुनील कुमार ने पूछने पर बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश वरीय पुलिस अधीक्षक से प्राप्त हो चुका है, किंतु अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है.