रजवारा गांव में मिले शव की हुई पहचान

रजवारा गांव में मिले शव की हुई पहचान रोसड़ा थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव का था रहने वालाबरतन बेचने का करता था कामपुलिस के द्वारा खींची गयी मोबाइल में तसवीर से पत्नी ने की पहचान बहेड़ी. राजवारा गांव से 11 दिसंबर को बरामद अज्ञात शव की पहचान रोसड़ा थाना क्षेत्र के मुरादपुर निवासी गंटू पोद्दार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 7:00 PM

रजवारा गांव में मिले शव की हुई पहचान रोसड़ा थाना क्षेत्र के मुरादपुर गांव का था रहने वालाबरतन बेचने का करता था कामपुलिस के द्वारा खींची गयी मोबाइल में तसवीर से पत्नी ने की पहचान बहेड़ी. राजवारा गांव से 11 दिसंबर को बरामद अज्ञात शव की पहचान रोसड़ा थाना क्षेत्र के मुरादपुर निवासी गंटू पोद्दार के रूप में की गयी है. मृतक के पिता रामराजी पोद्दार की पहचान के बाद पुलिस मामले के अनुसंधान में जुट गयी है. मृतक के पिता के बयान लेने के बाद पुलिस डीएमसीएच के शव गृह से गंटू के शव उसके परिजनों के हवाले कर दिया.बताया जाता है कि गंटू अपने पिता के साथ बिरौल थाना क्षेत्र के पररी गांव में किराये के मकान में रहता था, जहां वह धूम धूम कर एल्यूमिनियम का बर्तन बेचकर अपना जीवनयापन करता था. मृत रामराजी का एकलौता संतान था. जिसकी कमाई से पूरे परिवार का भरण पोषण होता था. मृतक के पिता श्री पोद्दार के अनुसार वह 10 दिसंबर को पड़री से ही अपने एक मित्र के साथ घर गया था. करीब तीन बजे अंतिम बार मोबाइल से हुई वार्ता में वह लौट कर आने की बात कही, लेकिन वह देर रात तक घर नहीं लौटा था.उसके पिता ने पड़री के ताड़ी दुकानदार की बाइक से घर मुरादपुर जाने की बात पुलिस को बताया. श्री पोद्दार के बयान के आलोक में पुलिस ने पड़री गांव में पूछताछ के लिए गया, जहां बाइक चालक से लिये गये बयान में बताया कि वह सात बजे के करीब बहेड़ी में रूक गया. जहां से मैं अकेले बाइक लेकर घर आया. मामले में पुलिस अनुसंधान में जुटी है. गंटू की मौत की खबर सुनकर अपने ससुर के साथ आयी उसकी पत्नी सुमन देवी पुलिस की मोबाइल में खींचे तसवीर को देख शव पहचान करते ही दहाड़ मारकर रोने लगी. पुलिस मृतक के परिजनों को सांत्वना देते हुए उससे पूछताछ में जुट गयी. रामराजी अपने इकलौते पुत्र की मौत के बाद अपने परिवार का चिराग बुझने के गम में थाना पर ही भगवान को कोसते हुए बेहोश होकर गिर पड़ा. जबकि उसकी पत्नी अपने डेढ महीने की एक लड़की को सीने से चिपकाये हुए लोगों को कह रही थी, अब हमारा सब के देखनाहिर कैउन नहि रहि लै. परिजनों के विलाप को देख आस पास से आये लोग आपबीती सुन भाव विभोर होकर किसी प्रकार सबों को साहस बंधाने में लगे रहे.

Next Article

Exit mobile version