एमबीबीएस नामांकन पर गिर सकती है गाज!
दरभंगा : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर कभी भी गाज गिर सकती है. एमबीबीएस नामांकन में 90 से 100 सीटों पर की गयी वृद्धि पर लागू होगा. एमसीआइ ने सात दिन पूर्व प्राचार्य को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगले तीन माह के भीतर डाक्टरों के खाली […]
दरभंगा : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का डीएमसीएच के एमबीबीएस नामांकन पर कभी भी गाज गिर सकती है. एमबीबीएस नामांकन में 90 से 100 सीटों पर की गयी वृद्धि पर लागू होगा. एमसीआइ ने सात दिन पूर्व प्राचार्य को भेजे गये पत्र में कहा है कि अगले तीन माह के भीतर डाक्टरों के खाली पद नहीं भरे गये तो वृद्धि की गयी सीटों को वापस ले लेगी.
एमसीआइ के मानक के अनुसार डीएमसीएच में एमबीबीएस के 100 सीटों के शिक्षण व्यवस्था के लिए करीब 20 प्रतिशत शिक्षकों की कमी है. इसको लेकर डीएमसीएच से लेकर पटना तक स्वास्थ्य विभाग में हलचल बढ़ गयी है.
शिक्षकों की कमी
एमबीबीएस के 100 छात्रों को पढ़ाने के लिए कुल 290 स्वीकृत पद है. इसमें मात्र 145 शिक्षक ही कार्यरत है. जबकि आधे शिक्षकों के पद कई सालों से रिक्त पड़े हैं. इसमें सबसे अधिक सह प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक के पद खाली हैं. इसके अलावा प्रोफेसर के 17 और ट्यूटर के 8 पद खाली हैं.
गायनिक में 12 रिक्त पद
रिक्त पदों में सबसे अधिक 21 पद सर्जरी विभाग में है. इसके अलावा गायनिक विभाग मेंं 18, मेडिसिन में 15, शिशु रोग विभाग में 11 शिक्षकों के पद रिक्त हैं. इसके अलावा अन्य 20 विभागों में भी शिक्षकों के एक से पांच-पांच पद रिक्त हैं.