अनुसूचित जाति आयोग के प्रभारी निदेशक ने की प्रखंडों में समीक्षा

अनुसूचित जाति आयोग के प्रभारी निदेशक ने की प्रखंडों में समीक्षाफोटो ::::::::34परिचय : कुशेश्वरस्थान में अधिकारियों के साथ समीक्षा करते प्रभारी निदेशक एसके दूबे पीडि़त परिवार को सहायता राशि दिलाने का दिया आदेश बहेड़ी. केन्द्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के प्रभारी निदेशक एस के दुबे ने शुक्रवार को बहेड़ी एवं बिरौल प्रखंडों के कामों की समीक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2015 8:58 PM

अनुसूचित जाति आयोग के प्रभारी निदेशक ने की प्रखंडों में समीक्षाफोटो ::::::::34परिचय : कुशेश्वरस्थान में अधिकारियों के साथ समीक्षा करते प्रभारी निदेशक एसके दूबे पीडि़त परिवार को सहायता राशि दिलाने का दिया आदेश बहेड़ी. केन्द्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के प्रभारी निदेशक एस के दुबे ने शुक्रवार को बहेड़ी एवं बिरौल प्रखंडों के कामों की समीक्षा की.राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित इंदिरा आवास, बाल विकास, मनरेगा आदि योजनाओं में अनुसूचित जाति को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया.हायाघाट. अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग के प्रभारी निदेशक एस के दुबे शुक्र वार को प्रखंड मुख्यालय पहुंच समाज कल्याण व ग्रामीण कल्याण विभाग से सम्बंधित सभी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली. श्री दुबे ने बीडीओ प्रेम कुमार, सी ओ संजय कुमार व सीडीपीओ निभा कुमारी सहित प्रखंड स्तरीय अन्य पदाधिकारी के साथ बैठक कर एससी एसटी के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की समीक्षा की. कुशेश्वरस्थान पूर्वी. प्रखण्ड क्षेत्र में दलित के साथ हो रहे अन्याय की शिकायत पर शुक्र वार को अनुसूचित जाति आयोग के राष्ट्रीय प्रभारी निदेशक एस के दुबे ने प्रखण्ड मुख्यालय पर डीएसपी सुरेश कुमार, थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, तिलकेश्वर ओपी प्रभारी विपिन कुमार, बीडीओ राकेश रौशन, सीओ नरेंद्र कुमार के साथ संयुक्त बैठक की. इसमें अनुसूचित जाति और जनजाति पर चर्चा करते हुए 17 वर्षीय सज्जन पासवान हत्या के मामले की जांच की. बता दें कि विगत माह 21 नवम्बर को थाना के तिलकेश्वर ओपी क्षेत्र के सुधराइन पंचायत के भरैन मुसहरी निवासी राम प्रकाश पासवान के छोटे पुत्र सज्जन पासवान को जनार्दन प्रसाद सिंह के ईट भट्टा पर अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. सज्जन के पिता राम प्रकाश पासवान ने बताया कि थाना की सुस्ती देख आईजी के पास इंसाफ के लिए गुहार लगायी. पर अब तक किसी प्रकार का इंसाफ नही मिल सका. मालूम हो कि हत्या के बाद परिवार के लोगो को जो सरकारी उचित सहयोग मिलना था वह नही मिल पाया. इस मामले को देखते हुए आयोग के अधिकारी ने सज्जन के पिता को तुरंत कबीर अंत्येष्टि का तीन हजार का लाभ दिया और श्री दुबे ने बताया कि तीन माह के भीतर पीडि़त परिवार को जिला कल्याण विभाग से 5 लाख 62 हजार, एक इंदिरा आवास, तीन डिसमिल जमीन और पारिवारिक लाभ दिया जायेगा.

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