नकारात्मक प्रतस्पिर्द्धा ही तनाव का कारण

नकारात्मक प्रतिस्पर्द्धा ही तनाव का कारण दरभंगा. हमारे जीवन में नकारात्मक प्रतिस्पर्द्धा ही तनाव का कारण है. प्रत्येक व्यक्ति को हम अपने अनुसार चलाना चाहते हैं, लेकिन हमें यसाद रखना चाहिए कि हर व्यक्ति इस संसार का अलग अलग पार्टधारी है. ऐसी स्थिति में हम सभी इस ड्रामा की विभिन्नता को स्वीकार कर लोगों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 9:36 PM

नकारात्मक प्रतिस्पर्द्धा ही तनाव का कारण दरभंगा. हमारे जीवन में नकारात्मक प्रतिस्पर्द्धा ही तनाव का कारण है. प्रत्येक व्यक्ति को हम अपने अनुसार चलाना चाहते हैं, लेकिन हमें यसाद रखना चाहिए कि हर व्यक्ति इस संसार का अलग अलग पार्टधारी है. ऐसी स्थिति में हम सभी इस ड्रामा की विभिन्नता को स्वीकार कर लोगों से ईष्या के बदले रेस करें. प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर में कंचन बहन ने उक्त बातें कही. श्रीमद्भागवत गीता के आध्यात्मिक रहस्य का विश्लेषण करते हुए उन्होंने बताया कि गीता का ज्ञान जीवन का दर्पण है. उन्होंने बताया कि स्व. धर्म के अनुसार किया हुआ कर्म मनुष्य को कर्म के बंधन में नहीं बांधता. ऐसे लोगों को कर्म में रहते हुए भी अनाशक्त भाव की अनुभूति होती है.

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