डीएमसीएच के सरकारी आवास को अतिक्रमणमुक्त कराये जाने को लेकर आक्रोश
दरभंगा : डीएमसीएच के सरकारी आवास को अतिक्रमणमुक्त कराये जाने को लेकर कर्मचारी आक्रोशित हो गये. नाराज कर्मचारियों ने अधीक्षक का घेराव करते हुए कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया. मौके की नजाकत को देखते हुए बेंता ओपी की पुलिस सहित अस्पताल के सुरक्षाकर्मी वहां पहुंच गये. काफी देर तक विवाद होता रहा. […]
दरभंगा : डीएमसीएच के सरकारी आवास को अतिक्रमणमुक्त कराये जाने को लेकर कर्मचारी आक्रोशित हो गये. नाराज कर्मचारियों ने अधीक्षक का घेराव करते हुए कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया.
मौके की नजाकत को देखते हुए बेंता ओपी की पुलिस सहित अस्पताल के सुरक्षाकर्मी वहां पहुंच गये. काफी देर तक विवाद होता रहा. हालांकि लगभग एक घंटे के बाद मामला शांत हुआ और सभी लौट गये.
जानकारी के अनुसार अधीक्षक कार्यालय परिसर में बने चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों के आवास को उनलोगों ने अस्थायी शेड डालकर बढ़ा लिया है. बुधवार को हाइकोर्ट के आदेश के तहत सीओ ने इसे खाली कराने का निर्देश दिया. इससे कर्मचारी आक्रोशित हो गये. उनके जाते ही सभी एकजुट होकर अधीक्षक के समक्ष पहुंच गये.
इस संबंध में कर्मचारियों का कहना है कि अस्थायी शेड का निर्माण उनलोगों ने चहारदीवारी के अंदर किया है. कई आवास में बाथरूम आदि की सुविधा नहीं है. शेड डालकर उनलोगों ने अस्थायी रूप से यह सब बनवाया है. इसमें कहीं कोई अतिक्रमण की बात नहीं है. इससे किसी दूसरे को कोई परेशानी भी नहीं है.
आवास के बाहर बने कमरों तथा बैठने के लिए बनाये गये बैठक स्थल को पूर्व में ही तोड़कर हटा दिया गया है. उनलोगों का कहना था कि आवास में पूर्ण व्यवस्था रहती तो वे लोग शेड नहीं डालते. वार्ता के बाद कर्मचारियों ने बताया कि अधीक्षक का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में कुछ भी लिखकर नहीं दिया गया. प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा बाहर हैं.
उनके गुरुवार को लौटने के बाद बात कर कुछ बता पायेंगे. वैसे जानकारों का कहना है कि जिस आवास में कर्मचारी रह रहे हैं व निवास्थल के लिए नहीं बनाया गया. वह तो देर रात तक काम करनेवाले कर्मचारियों के लिए बना था. गौरतलब है कि हाइकोर्ट के आदेश पर डीएमसीए के कई जगहो ंपर अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है.