बच्चों को मिले एकता व धार्मिक सहष्णिुता की शक्षिा
बच्चों को मिले एकता व धार्मिक सहिष्णुता की शिक्षा प्लस टू सर्वोदय में राष्ट्रीय एकता व धर्मनिरपेक्षता पर सेमिनार फोटो संख्या- 01 व 02परिचय- सेमिनार में विचार रखते डा. जितेंद्र नारायण व उपस्थित बच्चे. दरभंगा. गंगासागर स्थित प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय में राष्ट्रीय एकता एवं धर्मनिरपेक्षता पर आयोजित सेमिनार में सर्वधर्म समभाव पर जोर […]
बच्चों को मिले एकता व धार्मिक सहिष्णुता की शिक्षा प्लस टू सर्वोदय में राष्ट्रीय एकता व धर्मनिरपेक्षता पर सेमिनार फोटो संख्या- 01 व 02परिचय- सेमिनार में विचार रखते डा. जितेंद्र नारायण व उपस्थित बच्चे. दरभंगा. गंगासागर स्थित प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय में राष्ट्रीय एकता एवं धर्मनिरपेक्षता पर आयोजित सेमिनार में सर्वधर्म समभाव पर जोर दिया गया. विद्यालय के प्रधानाध्यापक डा. जगदीश प्रसाद गुप्ता ने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी धर्मों के लोगों में एकता को आवश्यक बताया. उन्हें भारत के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि विश्व में इस देश की अपनी पहचान है. इसका मुख्य आधार अनेकता में एकता है. यहां कई धर्म संप्रदाय एवं संस्कृति के लोग रहते हैं. चूंकि स्कूली छात्र ही देश की भावी पीढ़ी है, ऐसे में इन्हें इस उम्र से इसका पाठ पढ़ाने की जरूरत है ताकि देश का भविष्य सुरक्षित रहे. उन्होंने शिक्षकों को बच्चों की नैतिकता की शिक्षा में राष्ट्रीय एकता एवं धर्मनिरपेक्षता को प्रमुखता देने की अपील की. उद्घाटन उद्बोधन में समस्तीपुर के आरएनएआर कॉलेज के प्राचार्य डा. सरदार अरविंद सिंह ने धर्म को प्रदर्शन का विषय नहीं बताते हुए इसे आस्था से जोड़ने पर बल दिया. मुख्य अतिथि लनामिवि के राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डा. जितेंद्र नारायण ने इसे आदिकाल से जोड़ते हुए कहा कि हिंदुस्तान ही ऐसा देश है जहां राज्य एवं धर्म के बीच कभी फासला नहीं रहा. विशिष्ट अतिथि जमी अतुल उलमा के मौलाना सलाउद्दीन फिरोज अली काजमी ने हिंदुस्तान को जन्नत बताते हुए कहा कि यहां के विशेषता है कि सभी धर्मावलंबी भाईचारा के साथ रहते हैं तथा एक-दूसरे के दु:ख-सुख में शरीक होते हैं. कार्यक्रम का संचालन डा. संजीव कुमार झा तथा धन्यवाद ज्ञापन मो सफीउर रहमान ने किया. इस मौके पर संतोष कुमार मिश्र के अलावा विद्यालय के शिक्षक, गणमान्य लोग एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे.