अपने परिजन के यहां छिपायी रकम, लूट का दर्ज कराया फरजी मामला
मुंशी ने की राशि हजम करने की कोशिश दरभंगा : बहादुरपुर थाना क्षेत्र के डरहार लूट कांड का मामला फर्जी निकला. लूट का कांड अंकित करानेवाले नमक व्यवसायी के मुंशी ने ही पैसा हजम करने की नीयत से रकम छुपा दी थी, जिसे बुधवार को पुलिस ने उसके ही एक रिश्तेदार के घर से बरामद […]
मुंशी ने की राशि हजम करने की कोशिश
दरभंगा : बहादुरपुर थाना क्षेत्र के डरहार लूट कांड का मामला फर्जी निकला. लूट का कांड अंकित करानेवाले नमक व्यवसायी के मुंशी ने ही पैसा हजम करने की नीयत से रकम छुपा दी थी, जिसे बुधवार को पुलिस ने उसके ही एक रिश्तेदार के घर से बरामद कर लिया. इसके साथ ही इस लूट कांड का पटाक्षेप चंद घंटों के भीतर ही हो गया.
पुलिस ने इस मामले में मंुशी बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सहला निवासी राम कि शोर झा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार मंुशी ने अपने के रिश्तेदार जो कि सरकारी सेवक हैं, घर रकम छिपा रखी थी. हालांकि पुलिस उस सेवक का नाम नहीं खोल रही है.
सिटी एसपी हर किशोर राय के अनुसार नमक व्यवसायी संजय कुमार कंडोई के यहां मंुशी के रूप में राम किशोर झा पिछले 15 साल से काम करता था. गुजरात से उसका माल आता था और कारोबारियों के यहां इसका वितरण किया जाता था. मंुशी का काम इन करोबारियों से वसूली का था.
अपने नित्य के काम को अंजाम देते हुए उसने पिछले 29 दिसंबर को 1.86 लाख 940 रूपये की वसूली की. इसके बाद देर शाम आकर अपने मालिक को बताया कि डरहार गांव के एक बगीचे में अज्ञात अपराधियों ने उससे पूरी रकम लूट ली. घटना राज 9 बजे की बतायी. इसके बाद बीती रात करीब 1.30 बजे वह अपने मालिक के साथ थाना पहुंचा और वारदात को लेकर आवेदन दिया. इधर, घटना के घंटों बाद रिपोर्ट लिखाने पहुंचने पर पुलिस को संदेह हुआ.
इसी आधार पर पुलिस ने मुंशी पर दबिश बनायी. पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि वह कर्ज में काफी डूबा हुआ है. इसी से निजात पाने के लिए उसने यह योजना बनायी. उसके बताये पते पर जब पुलिस पहुंची तो सरकारी सेवक उसके रिश्तेदार ने पूरी रकम वापस देते हुए बताया कि मंुशी ने उससे बताया था कि रात अधिक हो गयी है.
इसलिये यह रकम मैं यहीं छोड़ जाता हूं. पुलिस ने पूरी रकम बरामद करते हुए कार्रवाई के बाद नमक करोबारी को इसे सौंपने की तैयारी में जुट गयी है. इधर सूत्रों की मानें तो चंद घंटे के भीतर इस मामले के पर्दाफाश में मुख्य भूमिका कारोबारी ने खुद निभाई है. हालांकि पुलिस अपनी उपलब्धि बता रही है. मामला जो भी हो एक कारोबारी लुटने से बच गया.