सरकार ने दिया बासगित पर्चा, उजाड़ रही एनएचएआइ
सरकार ने दिया बासगित पर्चा, उजाड़ रही एनएचएआइ मामला इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट काफोटो-13परिचय- पर्चा दिखाते ग्रामीण. सदर. जमीन का प्लॉट एक. दावेदार एनएचएआइ एवं राज्य सरकार. राज्य सरकार ने दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट स्थित एनएच के किनारे की खाली जमीन पर भूमिहीनों को बासगीत पर्चा देकर बसा दिया. दूसरी ओर एनएच 57 उस […]
सरकार ने दिया बासगित पर्चा, उजाड़ रही एनएचएआइ मामला इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट काफोटो-13परिचय- पर्चा दिखाते ग्रामीण. सदर. जमीन का प्लॉट एक. दावेदार एनएचएआइ एवं राज्य सरकार. राज्य सरकार ने दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के निकट स्थित एनएच के किनारे की खाली जमीन पर भूमिहीनों को बासगीत पर्चा देकर बसा दिया. दूसरी ओर एनएच 57 उस जमीन को 6 लेन सड़क के लिए अधिग्रहण कर चुकी है. अब एनएच के अधिकारी जब पर्चाधारियों को उस जमीन से बेदखल कराने में लगे हैं तो पर्चाधारियों के आक्रोश का निशाना पंचायत के मुखिया बन रहे हैं. पर्चाधारियों पर लगातार बढ़ते दबाव को देखते हुए शाहवाजपुर पंचायत के मुखिया मदन कुमार मंडल ने डीएम से सुरक्षा की गुहार लगायी है. जानकारी के अनुसार पूर्व में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष गुलाम सरवर ने करीब 75 विस्थापित परिवारों को उक्त जमीन का बासगीत पर्चा देकर बसाया था. इन सभी को अपना घर बनाने के लिए इंदिरा आवास योजना का लाभ भी मुहैया कराया गया. करीब 10 वर्ष पूर्व इस्टवेस्ट कॉरिडोर निर्माण के समय इन परिवारों को पीछे हटाकर बसने के लिए दिया गया. इन्हें घर तोड़ने का 25 हजार रुपये मुआवजा भी उपलब्ध कराया गया था. वर्त्तमान मेें चार दर्जन से अधिक परिवार अपनी झोंपड़ी बनाकर रह रहे हैं. इन परिवारों का कहना है कि जबतक बसने के लिए जमीन नहीं उपलब्ध करायी जायेगी, तबतक यहां से खाली नहीं करेंगे. सभी का कहना है कि इस ठंड में किसी प्रकार की जान माल का नुकसान हुआ तो इसका जिम्मेवार प्रशासन होगा. स्थानीय मुखिया मदन कुमार मंडल ने इन गरीबों के आवेदन को अनुसंशित कर सभी संबंधित पदाधिकारियों को इसकी सूचना भी दे दी है.