बंदूक तो खरीदी बंगाल से लाइसेंस जम्मू-कश्मीर का

दरभंगा : अवैध हथियार के साथ निजी कंपनी के वैन चालक की गिरफ्तारी से एक बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है, जो लोगों के हथियारों के लाइसेंस फर्जीवाड़ा करके बनाता था. इस मामले में छपरा व सीवान से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने गार्ड का लाइसेंस बनाया था और उसे जम्मू-कश्मीर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2016 4:01 AM

दरभंगा : अवैध हथियार के साथ निजी कंपनी के वैन चालक की गिरफ्तारी से एक बड़े गिरोह का खुलासा हुआ है, जो लोगों के हथियारों के लाइसेंस फर्जीवाड़ा करके बनाता था. इस मामले में छपरा व सीवान से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने गार्ड का लाइसेंस बनाया था और उसे जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से निर्गत बताया था. ऐसे ही नागालैंड से जारी एक और लाइसेंस की जांच पुलिस कर रही है.

सिटी एसपी हरिकशोर राय ने बताया, बीती 19 जनवरी को वाहन चेकिंग के दौरान सीएमएस कंपनी के वैन चालक को राजेश बैठा को अवैध हथियार के साथ मब्बी में पकड़ा गया था. यह एटीएम में पैसा जमा कराने वाली कंपनी के वैन चालक था. मामले की जांच के लिए सदर डीएसपी दिलनवाज अहमद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान कंपनी के सुरक्षा गार्ड छपरा जिले के मढौरा थाना क्षेत्र के तेलवा जेदौली निवासी स्व सुरेंद्र सिंह के पुत्र मुन्ना सिंह के हथियार का सत्यापन किया गया, तो इसका लाइसेंस जम्मु-कश्मीर के उधमपुर से निर्गत पाया गया.
पुलिस ने लाइसेंस पर संदेह होने पर मुन्ना से पूछताछ की, तो उसने बताया कि लाइसेंस उसने छपरा जिला के अमनौर थाना क्षेत्र के मकसूदपुर निवासी रामलोचन सिंह के पुत्र संतोष कुमार सिंह से आठ हजार रु पया देकर बनवाया था. पुलिस ने बयान के आधार पर छपरा से संतोष को पकड़ा, तो संतोष ने बताया कि लाइसेंस बनाने का कार्य सीवान जिला के सिसवा निवासी प्रभुनाथ सिंह के पुत्र हरेंद्र सिंह करते हैं. उसने हरेंद्र से लाइसेंस बनवाया था.
छपरा से हरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के बाद तीनों की निशानदेही पर दोनों सुरक्षा गार्ड के बंदूक के अलावा मोतिहारी से दो अन्य हथियार एवं जम्मू-कश्मीर से निर्गत लाइसेंस बरामद किया गया. जांच के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि गार्ड ने बंदूक पश्चिम बंगाल से पुरुलिया से खरीदी है, जिससे बंदूक खरीदी गयी थी. वह जेल जा चुका है.

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