शिवेंद्र कुमार शर्मा
कमतौल (दरभंगा) : 23 मार्च की घटना के बाद करवा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़कें सूनी हैं और लोग अपने-अपने घरों में सीमित हैं. इक्के-दुक्के लोग सड़कों पर आते-जाते दिख रहे हैं. सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. स्थिति तनावपूर्ण है, लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में हैं. गांव में दर्जनों की संख्या में पुलिस बल व अधिकारी मौजूद हैं, ताकि किसी तरह का उपद्रव नहीं हो सके. पुलिस ने आज उपद्रव करने के मामले में दोनों पक्ष के लोगों को हिरासत में ले लिया है और उनके खिलाफ शांति भंग करने के आरोप में नामजद प्राथमिकी दर्ज की. थानाध्यक्ष वरुण कुमार झा के आवेदन पर 32 पर नामजद और 100-125 अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत कांड संख्या 39/16 दर्ज किया गया है. पुलिस ने गांव में आज फ्लैग मार्च भी किया.
इस घटना के बाद आसपास के गांव में होली का उत्साह ठंडा पड़ गया है. कल हुए तनाव ने लोगों के पुराने जख्म हरे कर दिये. 20 वर्ष पूर्व भी यहां एक धार्मिक आयोजन के दौरान दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई थी. इसके बाद यहां पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में धार्मिक अायोजन होते थे, जिसमें सौहार्द्र का प्रदर्शन व बढ़ावा के लिए दोनों समुदायों के लोग शामिल होते थे. भाईचारा बढ़ाने के लिए यह स्वस्थ परंपरा पड़ी थी और इसके अच्छे नतीजे भी दिख रहे थे, लेकिन कल के उपद्रव ने दोनों समुदाय के लोगों को चिंता में डाल दिया है.
हालांकि कुछ गिने-चुने उपद्रवियों द्वारा अंजाम दी गयी कल की घटना को कुछ लोग पंचायत चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं. बहरहाल, अमन पसंद लोग शांति के लिए प्रयासरत हैं और एक-दो दिनों में हालात शांतिपूर्ण होना भी सुनिश्चित है.
चार को इलाज के लिए डीएमसीएच भेजा
उधर, आज चार घायलों को इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) भेज दिया गया है. इनके नाम श्याम यादव, दिलीप कुमार गुप्ता, मो संजर व मोहम्मद कल्लू है. ये जाले रेफरल अस्पताल में अबतक भरती थे. इससे पहले दो और लोगों को दरभंगा मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए रेफर किया गया था.