बिहार : फेल छात्र को अंक बढ़ा कर दिया पास, पढ़ें…

दरभंगा : बिहार में फर्जी प्रमाणपत्र के रैकेट को लेकर सुर्खियों में रहे ललित नारायण मिथिला विवि में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस बार फेल हो चुके एक छात्र को टेबलेटर ने फर्जी तरीके से अंक बढ़ाकर पास कर दिया. मामले में विवि प्रशासन ने दोषी स्पेशल टेबलेटर पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 29, 2016 9:18 PM

दरभंगा : बिहार में फर्जी प्रमाणपत्र के रैकेट को लेकर सुर्खियों में रहे ललित नारायण मिथिला विवि में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस बार फेल हो चुके एक छात्र को टेबलेटर ने फर्जी तरीके से अंक बढ़ाकर पास कर दिया. मामले में विवि प्रशासन ने दोषी स्पेशल टेबलेटर पर प्राथमिकी दर्ज करायी है.

स्पेशल टेबलेटर पर लगा अंक बढ़ाने का आरोप

बताया जाता है कि टेबलेटिंग रजिस्टर में अंकों की हेराफेरी कर फेल छात्र को पास कर दिया गया. परीक्षा विभाग में स्पेशल टेबलेटर सह वेरीफायर डॉ लक्ष्मी नारायण ठाकुर तैनात हैं. ये एमएलएसएम कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षक हैं. इन पर मिल्लत कॉलेज के वोकेशनल कोर्स के बीएससी प्रथम खंड वाटर मैनेजमेंट प्रतिष्ठा के अनुत्तीर्ण छात्र को फर्जी तरीके से पास कर देने का आरोप लगाया गया है.

पांच अंक को 55, तीन को 30 व दो अंक को कर दिया 25

टेबलेटर ने टेबलेटिंग रजिस्टर में ओवरराइटिंग कर उसे उत्तीर्ण कर दिया. परीक्षा नियंत्रक डॉ कुलानंद यादव के अनुसार सूचना मिलने पर उन्होंने पंजी का सत्यापन किया. गणन पंजी में छात्र को पहले से प्राप्त इडब्ल्यूएम प्रथम पत्र में पांच अंक को ओवरराइटिंग कर 55, दूसरे पत्र में तीन को 30 व सबसिडियरी बॉटनी विषय में दो को 25 बनाया गया साबित हुआ. इसी टीआर को कॉलेज में भेज दिया गया. कॉलेज के टीआर को देख प्रधानाचार्य डॉ रहमतुल्लाह को संदेह हुआ. उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पड़ताल में फजीवाड़ा उजागर हुआ.

कुलसचिव ने टेबलेटर के खिलाफ दर्ज करायी प्राथमिकी

कुलसचिव डॉ अजित कुमार सिंह ने मामले में कांड अंकित करने के लिए विवि थाने में पत्र भेजा है. कुलसचिव डॉ सिंह ने कहा है कि प्रथमदृष्टया गड़बड़ी को लेकर थाने को आवेदन भेजा गया है. आरोपित शिक्षक से जवाब-तलब किया जा रहा है. इसकी जांच के लिए अलग से कमेटी का गठन किया जायेगा.

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