Darbhanga News: सक्षमता परीक्षा पास जिले के 7786 शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र पाया गया सही

Darbhanga News: सक्षमता उत्तीर्ण किंतु काउंसेलिंग कार्य पूरा नहीं कर सके शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए शिक्षा विभाग में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2024 11:05 PM

Darbhanga News: दरभंगा. सक्षमता उत्तीर्ण किंतु काउंसेलिंग कार्य पूरा नहीं कर सके शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए शिक्षा विभाग में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. राज्य स्तर पर हुई बैठक के आलोक में विभाग ने जिलावार आंकड़ा जारी किया है. इसके अनुसार दरभंगा जिले में 9850 लक्ष्य के विरुद्ध 9696 शिक्षक अभ्यर्थी काउंसेलिंग के लिए उपस्थित हुए. इसमें से 9087 शिक्षकों की काउंसेलिंग सफलतापूर्वक संपन्न की गयी. इन अभ्यर्थियों में से 7786 के सभी प्रमाण पत्र सही पाए गए. जबकि 1301 अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग किसी न किसी कारण से पूरी नहीं हुई. इस प्रकार जिले में 14.32 प्रतिशत अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग की फिर से होगी. जारी आंकड़ा के मुताबिक 1301 अभ्यर्थियों में से 14 ऐसे अभ्यर्थी पाए गए, जिनका प्रमाण पत्र प्रथम दृष्टया फेक पाया गया है. जबकि 247 अभ्यर्थी अपना मूल प्रमाण पत्र काउंसेलिंग में प्रस्तुत नहीं कर सके. वहीं 1040 अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र डाउटफुल पाया गया है. शेष अभ्यर्थियों में 609 ऐसे थे, जिन्होंने अपनी उपस्थिति तो दर्ज की, किंतु उनकी काउंसेलिंग नहीं हो सकी. इसमें से 590 ऐसे अभ्यर्थी थे, जिनका बायोमेट्रिक वेरीफाइड हो सका, किंतु आधार का सत्यापन नहीं हो सका. वहीं इसमें से 11 अभ्यर्थी ऐसे रहे, जिनका न तो आधार सत्यापन हो सका और न ही बायोमेट्रिक. जबकि आठ अभ्यर्थी ऐसे थे, जिनका बायोमेट्रिक एवं आधार सत्यापित हुआ, किंतु उनके पास मोबाइल उपलब्ध नहीं था.

अभ्यर्थियों को फिर से मिलेगा काउंसेलिंग का मौका

माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक शिवनाथ प्रसाद ने जानकारी दी है कि काउंसेलिंग से वंचित शिक्षक अभ्यर्थियों को फिर से मौका दिया जाएगा. इसमें डाउटफुल अभ्यर्थी भी शामिल रहेंगे. स्पष्ट किया है कि जिन शिक्षक का एक या एक से अधिक प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है, उनको सही प्रमाण पत्र अपलोड करने के लिए विकल्प मिलेगा. संबंधित अभ्यर्थी द्वारा पूर्व में अपलोड किया गया प्रमाण पत्र यथावत रहेगा, ताकि दोनों प्रमाण पत्रों का आवश्यकता अनुसार अवलोकन किया जा सके. वहीं जिन अभ्यर्थियों द्वारा मूल प्रति प्रस्तुत नहीं किया जा सका, उन्हें काउंसेलिंग का फिर से अवसर प्रदान किया जाएगा. जबकि जिनका प्रमाण पत्र प्रथम दृष्टया फेक पाया गया है, उनका मुख्यालय स्तर पर गठित समिति प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी. काउंसेलिंग में अनुपस्थित अभ्यर्थियों को भी फिर से मौका दिया जाएगा. इसी प्रकार नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल संख्या आदि में त्रूटि वाले मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को दिए गए आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. विभाग में स्पष्ट किया है कि इन सारी कार्रवाई के बाद काउंसेलिंग का डेट एवं स्थान निर्धारित किया जाएगा.

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