दरभंगा-जयनगर रेलखंड पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार

दरभंगा : दरभंगा-जयनगर रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार में वृद्धि होगी. इसके लिए विभागीय कवायद शुरू हो चुकी है. बलास्ट क्लिनिंग मशीन(बीसीएम) के सहारे ट्रेक का क्षमता विस्तार किया जा रहा है. जयनगर क्षेत्र से यह काम चालू किया गया है. डीआरएम सुधांशु शर्मा ने छह मई को खुद इसका जायजा लिया. उल्लेखनीय है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2016 4:46 AM

दरभंगा : दरभंगा-जयनगर रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार में वृद्धि होगी. इसके लिए विभागीय कवायद शुरू हो चुकी है. बलास्ट क्लिनिंग मशीन(बीसीएम) के सहारे ट्रेक का क्षमता विस्तार किया जा रहा है. जयनगर क्षेत्र से यह काम चालू किया गया है. डीआरएम सुधांशु शर्मा ने छह मई को खुद इसका जायजा लिया.

उल्लेखनीय है कि दरभंगा से जयनगर के बीच बड़ी रेल लाइन पर ट्रेन अपेक्षित गति से दौड़ नहीं लगा पा रही. ट्रेक इस लायक फिलहाल नहीं है. इसके क्षमता विस्तार के लिए रेलवे ने कवायद शुरू कर दी है. उपकरण के माध्यम से ट्रेक पर काम आरंभ कर दिया है. मधुबनी से पंडौल के बीच फिलहाल यह काम चल रहा है. यह मशीन 3 लेयर में काम करता है. दरभंगा तक जब इस मशीन से ट्रेक का काम कर दिया जायेगा तो ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा होगा. जाहिर तौर पर इसका फायदा यात्रियों को मिलेगा.

कम समय जाया होने पर इंधन के साथ ट्रेनों की संख्या वृद्धि में रेलवे को भी सहूलियत होगी.
जयनगर रेलखंड यात्रियों के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. नेपाल की सीमा से जुड़े होने की वजह से इसकी खास अहमियत है. दूसरा पहलू यह है कि इस क्षेत्र से जयनगर इलाके के लिए बड़ी संख्या में यात्री नित्य आवागमन करते हैं. यही कारण है कि रेलवे लगातार जयनगर को विकसित कर रहा है.
विभागीय सूत्र बताते हैं कि यूं तो इस ट्रेक पर सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलनी है लेकिन व्यवहारिक तौर पर ऐसा नहीं होता. बमुश्किल 70 से 80 किमी प्रति घंटा की गति से गाडि़यां दौड़ लगाती हैं. जयनगर से स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट, गरीब रथ सरीखी गाडि़यां चलती है. ऐसे में ट्रेक फिट होने पर इन गाड़ियों को सामान्य गति से चलने की आजादी मिल जायेगी.

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