मेजर सार्जेंट के िखलाफ फूटा गुस्सा
आक्रोश . बीमार महिला आरक्षी को छुट्टी नहीं िमलने पर हुई मौत से भड़के साथी बीमार महिला आरक्षी से लेते रहे काम एक सप्ताह से खराब थी तबीयत दरभंगा : बीमार होने के बाद भी छुट्टी नहीं दिये जाने से पुलिस लाइन की एक महिला आरक्षी की मौत के बाद उसके सहकर्मियों में आक्रोश व्याप्त […]
आक्रोश . बीमार महिला आरक्षी को छुट्टी नहीं िमलने पर हुई मौत से भड़के साथी
बीमार महिला आरक्षी से लेते रहे काम
एक सप्ताह से खराब थी तबीयत
दरभंगा : बीमार होने के बाद भी छुट्टी नहीं दिये जाने से पुलिस लाइन की एक महिला आरक्षी की मौत के बाद उसके सहकर्मियों में आक्रोश व्याप्त हो गया.
आक्रोशित आरक्षी शव के साथ पुलिस लाइन में प्रदर्शन करने लगे. वे एसएसपी सत्यवीर सिंह के आने की मांग कर रहे थे. बाद में डीआइजी सुकन पासवान तथा एसएसपी के पहुंचने तथा आश्वासन मिलने के बाद शांत हुए. सहकर्मियों का आरोप है कि स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद भी उन्हें छुट्टी नहीं मिलती है.
मृतका की तबीयत पिछले कई सप्ताह से खराब थी. इसके बाद भी उसे छुट्टी नहीं दी जा रही थी. छुट्टी का आवेदन देने के बाद भी इससे ड्यूटी लिया जा रहा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दरभंगा आगमन के दौरान इसे ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया. इसके बाद पंचायत चुनाव में भी कमान काट दिया गया. उनलोगों का कहना है कि मिजिल्स हो जाने के बावजूद इससे ड्यूटी ली जा रही थी. बीमार होने के बावजूद मृतका से लगातार काम लिये जाने के कारण सोमवार को उसकी स्थिति अत्यंत गंभीर हो गयी.
सहकर्मियों के द्वारा तत्काल उसे डीएमसीएच में भरती कराया गया. वहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रेफर कर दिया गया. नाजुक स्थिति में सहकर्मी उसे एक निजी अस्पताल में ले गये. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. उनलोगों का कहना था कि नर्सिंग होम में उसे खून भी चढ़ाया गया, लेकिन अथक प्रयास के बाद भी उसकी मौत हो गयी.
इलाज के दौरान मृतका आरक्षी को देखने के लिए किसी वरीय अधिकारी के नहीं पहुंचने को लेकर भी सभी सहकर्मी भड़के हुए थे. उनलोगों का कहना था कि यदि स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उसे छुट्टी मिल जाती और ससमय इलाज हो जाता तो शायद यह अनहोनी नहीं होती. इस घटना के बाद पुलिस लाइन के लगभग सभी आरक्षी आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे थे. हालांकि बाद में डीआइजी तथा एसएसपी के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया.
लखीसराय की निवासी थी मृतका:मृतका लखीसराय जिले के चानर गांव निवासी यदुनुदन यादव की पुत्री सरिता कुमारी बतायी जाती है. तीन भाई-बहनों में वह सबसे बड़ी थी. इससे छोटे दो भाई है. एक भाई कमलेश कुमार इंटरमीडिएट में पढ़ रहा है. वहीं उससे एक छोटा दूसरा भाई है. मां-पिता ने बड़े अरमान के साथ देश के सेवा करने के लिए पुलिस में भेजा था. श्री यादव गांव में रहकर खेती करते हैं.
डीआइजी व एसएसपी के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के िलए भेजा गया