व्यवसायी की हत्या में आया राजद विधायक का नाम
दरभंगा :हार्डवेयर व्यवसायी व प्रॉपर्टी डीलर हीरा पासवान की मंगलवार को गोली मार कर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. हत्याकांड में राजद के वरिष्ठ नेता सह दरभंगा ग्रामीण विधायक ललित यादव का नाम आने के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है. वहीं मामले में पुलिस भी कटघरे में है. मृतक के […]
दरभंगा :हार्डवेयर व्यवसायी व प्रॉपर्टी डीलर हीरा पासवान की मंगलवार को गोली मार कर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. हत्याकांड में राजद के वरिष्ठ नेता सह दरभंगा ग्रामीण विधायक ललित यादव का नाम आने के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है. वहीं मामले में पुलिस भी कटघरे में है. मृतक के पिता ने बुधवार को आरोप लगाया कि उनके पुत्र की हत्या विधायक ललित यादव ने ही करायी है.
उन्होंने यह बात घटना के बाद पहुंची पुलिस को बतायी थी, लेकिन उनका नाम नहीं शामिल करने का उसने दबाव बनाया. इसलिए जिला पुलिस से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं रह गयी है. पुलिस विधायक के दबाव में काम कर रही है. इसलिए सरकार मामले की जांच सीबीआइ से कराये.
मब्बी ओपी क्षेत्र के चक्का गांव निवासी मृतक हीरा के पिता ज्ञानचंद ने बुधवार को राजद विधायक पर सीधा आरोप लगाकर भूचाल ला दिया. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी उनकी ओर से पुत्र को
व्यवसायी की हत्या
धमकी दी जा रही थी. इसको लेकर सीजेएम कोर्ट में आवेदन दिया गया था, बावजूद पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और उसके बेटे की हत्या कर दी गयी. उन्होंने बताया िक घटना के दिन 14 जून को ही उन्होंने अपने बेटे की हत्या में विधायक का नाम लिया था, लेकिन पुलिस की ओर से प्राथमिकी में नाम शामिल नहीं किया गया. दरअसल पुलिस राजद विधायक के दबाव में काम कर रही है. इसलिए सरकार मेरे बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए इस मामले की जांच सीबीआइ से कराए.
िपता ने दरभंगा ग्रामीण िवधायक ललित यादव
पर लगाया आरोप
कहा, विधायक के दबाव में काम कर रही पुलिस
प्राथमिकी में नाम नहीं डालने
का पुलिस ने बनाया दबाव
सीबीआइ से जांच कराने की मांग
पहले से मिल रही थी धमकी, सीजेएम कोर्ट में दिया था आवेदन
हीरा पासवान की मंगलवार को दिनदहाड़े गोली मार हुई था हत्या
मंगलवार को मारी
गयी थी गोली
14 जून की सुबह करीब आठ बजे हार्डवेयर व्यवसायी सह प्रोपर्टी डीलर हीरा पासवान की अज्ञात अपराधियों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस संबंध में विधायक श्री यादव से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर फोन किया गया, तो खुद को उनका पीए बताने वाले ने इंतजार करने के लिए कहा, इसके बाद फोन काट दिया गया. दोबारा फोन करने पर रिसीव नहीं किया.