दरभंगा : रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के जवानों ने गुप्त सूचना के आधार पर बाल मजदूरी के लिये हरियाणा ले जाये जा रहे 29 बच्चों को मुक्त कराया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में रेल पुलिस ने तीन एजेंटों को भी हिरासत में लिया है. पूछताछ में पता चला है कि सभी बच्चे सुपौल जिले के भपटियाही, किशनपुर, निर्मली गांव के रहने वाले हैं. इतना ही नहीं मुक्त कराये गये कुछ बच्चों ने बिहार सरकार के सरकारी स्कूल का ड्रेस भी पहना हुआ है. बच्चों की उम्र नौ से 13 साल के बीच बतायी जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिकइन बच्चों को हरियाण में मशरूम की पैकिंग के लिये ले जाया जा रहा था. गिरफ्तार एजेंटों ने बताया है कि उन्हें इन बच्चों को ले जाने के एवज में बीस से 25 हजार रुपये कमीशन मिलता है जबकि बच्चों को तीन से चार हजार रुपये पकड़ा दिया जाता है. यह पूरा मामला ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ है. पुलिस पूरे मामले का गहन अनुसंधान कर रही है. मुक्त कराये गये सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है और बाद में उन्हें माता पिता को सौंपा जायेगा. आरपीएफ मानव तस्करी के एंगल से भी इस मामले की जांच कर रही है.