उद‍्घाटन से पहले ही दरक रहा कैंसर वार्ड

उपेक्षा. 45 करोड़ की टीसीसीसी योजना अटकी दरभंगा : डीएमसीएच में मरीज हितैषी योजना सतह पर नहीं उतर रहा है. उत्तर बिहार का पहला अत्याधुनिक मशीनों से लैस कैंसर वार्ड इसका नमूना है. केंद्र सरकार ने 45 करोड़ की लागत से 2015 में टर्सरी कैंसर केयर सेंटर (टीसीसीसी) योजना स्वीकृत की थी. इस सेंटर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 19, 2016 5:21 AM

उपेक्षा. 45 करोड़ की टीसीसीसी योजना अटकी

दरभंगा : डीएमसीएच में मरीज हितैषी योजना सतह पर नहीं उतर रहा है. उत्तर बिहार का पहला अत्याधुनिक मशीनों से लैस कैंसर वार्ड इसका नमूना है. केंद्र सरकार ने 45 करोड़ की लागत से 2015 में टर्सरी कैंसर केयर सेंटर (टीसीसीसी) योजना स्वीकृत की थी. इस सेंटर की स्थापना नव निर्मित कोवाल्ट कैंसर वार्ड के परिसर में करना था. हाल यह है कि यह नवनिर्मित वार्ड मानक पर बना नहीं. उद‍्घाटन से पूर्व ही यह भवन दरक रहा है. स्थिति यह है कि इस नये भवन की मरम्मति की जरूरत अब पड़ गयी है.
कैंसर का होगा इलाज : शरीर के किसी भी अंग के कैंसर का समुचित इलाज अत्याधुनिक प्रक्रिया से करना है. मसलन जीभ, फेफड़ा, स्ट्रोमा, लीवर, हड्डी, ब्लड कैंसर, स्तन, गर्भाशय, डिम्ब, ग्रंथी, गोल ब्लॉडर, चर्म समेत अन्य अंगों कें कैंसर का इलाज संभव है. कैंसर से संबंधित सभी इलाज की जांच की सुविधा वार्ड में एक ही जगह होनी है.
लगेगी अत्याधुनिक मशीन
कोवाल्ड मशीन, ब्रेकेथेरेपी, सीटी सीमूलेटर, लीनियर एक्सीलेटर, माउल्ट रूम समेत कई अत्याधुनिक मशीन उपकरण यहां लगना है.
तीन करोड़ से बना कोवाल्ट भवन : करीब आठ माह पूर्व राष्ट्रीय कैंसर उन्मूलन प्रोग्राम के तहत तीन करोड़ की लागत से कोवाल्ट भवन बना. टेलीकोवाल्ट यूनिट मशीन का क्रय भी होना है. भवन का निर्माण भाभा एटोमीक रिसर्च सेंटर मुंबई के मापदंड पर नहीं हुआ. भव निर्माण विभाग ने नवनिर्मित इस वार्ड के भवन को अस्पताल अधीक्षक को सौंपने को पत्र लिखा लेकिन मानक पर नहीं रहने के कारण इसे हस्तगत नहीं किया गया.
नवनिर्मित भवन का हाल
नव निर्मित वार्ड के भवन का हाल यह है कि फर्श से टाइल्स उखड़ने लगे हैं. कमरे दरवाजा और खिड़की विहीन है. चापाकल सूख गया है. रेडिएशन प्रूफ रूम भी मानक पर नहीं है.
पत्राचार करते थक चुके एचओडी
कैंसर विभाग के अध्यक्ष डॉ सुधाकर सिंह ने बताया कि टीसीसीसी योजना को लागू करने के लिए पत्राचार करते-करते वह थक चुके हैं. जब योजना सतह पर आयेगी तो वार्ड में मरीजों की भरती शुरू हो जायेगी.
100 बेड की व्यवस्था: वार्ड में 100 बेड की व्यवस्था होगी. इसमें मरीजों को किसी भी सुविधाओं के लिए इधर-उधर नहीं जाना पड़ेगा. नयी योजना में भवन तीन तल्ला का बनना है.

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