सात समंदर पार से राजेश को खींच लाती है मां श्यामा की भक्ति
दरभंगा : श्यामा नामधुन संकीर्तन यज्ञ में भाग लेने के लिए दूर-दूर से लोग खिंचे चले आते हैं. कोई दर्शन की अभिलाषा लेकर आता है तो कोई संकीर्तन के आध्यात्मिक रस में डूबने. किसी के लिए यह यज्ञ संबंधियों से मुलाकात का बहाना बन जाता है तो कई मेले का आनंद उठाने भी पहुंचते हैं. […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
November 28, 2016 4:52 AM
दरभंगा : श्यामा नामधुन संकीर्तन यज्ञ में भाग लेने के लिए दूर-दूर से लोग खिंचे चले आते हैं. कोई दर्शन की अभिलाषा लेकर आता है तो कोई संकीर्तन के आध्यात्मिक रस में डूबने. किसी के लिए यह यज्ञ संबंधियों से मुलाकात का बहाना बन जाता है तो कई मेले का आनंद उठाने भी पहुंचते हैं. इन मनोभावों के भक्तों के बीच एक ऐसी मंडली भी है, पूरे यज्ञ के दौरान यहां सेवा व संकीर्तन में लगी रहती है. इसमें शामिल लोग ऊंचे सरकारी पदों पर देश के विभिन्न भागो में काम करते हैं.
यहां तक कि विदेश में भी. मां श्यामा का प्यार एक डोर में बांध इन्हें यहां खींच लाता है. मंडली के लोग मंदिर में झाड़ू-पोछा लगाने से लेकर भक्तों की सेवा का हर काम करने को तत्पर नजर आते हैं. वहीं प्रत्येक दिन एक निश्चित समय पर इन्हें नामधुन संकीर्तन करने का मौका मिलता है.
नहीं बदलता यहां आने का कार्यक्रम:अलग-अगल संस्थान में अलग-अलग जगह काम करने के बावजूद श्यामा नामधुन संकीर्तन में सभी यहां आ जाते हैं. संस्थानों में कार्यस्थल बदले जाने के बावजूद इनका यहां आने का कार्यक्रम नहीं बदलता. यह क्रम 25 साल से अधिक से अनवरत जारी है. प्रारंभ में इस टीम ने संकीर्तन में भाग लेने की कोशिश की.
समय नहीं मिला तो मंदिर की साफ-सफाई कार्य में ही लोग जुट गये. प्रबंधन ने इनलोगों की निष्ठा को देखा तो निर्णय बदला तथा संकीर्तन में भी भाग लेने की सहमति दे दी. अब परिसर में झारू व मंदिर में पोछा लगाने के साथ संकीर्तन में भी इनकी सहभागिता रहती है. मनोज मिश्र बताते हैं कि मंदिर में सुबह छह से 11 बजे तथा दोपहर एक से तीन बजे तक झाड़ू लगाने किे बाद पोछा लगाता हूं. शुरू में लोग देख के हंस देते थे, अब नजरिया बदला है.
बहरीन में स्थित बैंक आफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर हैं राजेश कुमार झा
मित्रों की टोली नौ दिन मंदिर में करती है सेवा
देश के विभिन्न भागों में ऊंचे ओहदे पर करते हैं काम
ढाई दशक से अनवरत आने का क्रम है जारी
नामधुन संकीर्तन में प्रतिदिन देते हैं सहभागिता
बोले, आते नहीं मां ले आती है
कोई चीफ मैनेजर, तो कोई इंटेलिजेंस ऑफिसर: चूनाभट्ठी मोहल्ला निवासी राजेश कुमार झा बहरीन स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं, तो लक्ष्मीसागर मुहल्ला के मनोज कुमार मिश्र कोलकाता नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में इंटेलिजेंस ऑफिसर हैं. इसी तरह टीम में शामिल कमतौल के राढ़ी गांव निवासी दयाशंकर झा मध्यप्रदेश में एसबीआई के शाखा प्रबंधक हैं, मनीगाछी के टटुआर गांव के शंभू झा महाराष्ट्र में बैंक आफ इंडिया में प्रबंधक हैं, माखनपुर निवासी अशोक कुमार चौधरी इलाहाबाद में इलाहाबाद बैंक के चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं.
मंदिर परिसर में झाड़ू लगाते बहरीन में पदस्थापित बैंक आॅफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर राजेश कुमार झा.