हड़ताल पर रहे संविदाकर्मी गिरफ्तारी के आश्वासन पर समाप्त हुई हड़ताल
दरभंगा : नगर निगम की सफाई कर्मी पर हमला करनेवाले आरोपितों को गिरफ्तार करने में प्रशासन के ढुलमुल रवैया अपनाने से आक्रोशित निगम के सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गये. इस कारण अधिकांश इलाके में कचरे का उठाव नहीं हो सका. प्रशासन ने संविदा कर्मी को आरोपित की गिरफ्तारी अविलंब करने का आश्वासन दिया. इस पर […]
दरभंगा : नगर निगम की सफाई कर्मी पर हमला करनेवाले आरोपितों को गिरफ्तार करने में प्रशासन के ढुलमुल रवैया अपनाने से आक्रोशित निगम के सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गये. इस कारण अधिकांश इलाके में कचरे का उठाव नहीं हो सका. प्रशासन ने संविदा कर्मी को आरोपित की गिरफ्तारी अविलंब करने का आश्वासन दिया. इस पर चार दिसंबर तक हड़ताल को टाल दिया गया.
18 नवंबर को अललपट्टी चौक पर सफाई करने गये निगम कर्मी पर स्थानीय दुकानदारों ने हमला कर दिया था. आरोपित को 27 नवंबर तक गिरफ्तार करने का अनुरोध संघ ने निगम के माध्यम से किया था. निर्धारित तिथि तक गिरफ्तारी नहीं करने पर 28 नवंबर से प्रथम चरण में कचरा उठाव में लगानेवाली गाड़ी को ठप कर हड़ताल पर जाने व दूसरे चरण में पांच नवंबर से वार्ड से लेकर पूरे शहर का कचरा उठाव नहीं करने की चेतावनी दी थी. आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने से निगम के संविदा कर्मी ने 26 नवंबर को गोलबंद होकर हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी थी. बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के
बैनर तले संघ के महासचिव मोख्तार अहमद खां के नेतृत्व में सोमवार को धरनास्थल पर प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की गयी. महासचिव का कहना था कि आरोपित की गिरफ्तारी चार दिसंबर तक नहीं की गयी तो पांच दिसंबर से अनिश्चतकालीन हड़ताल किया जायेगा. उधर नगर आयुक्त नागेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि इज्जत सबका बराबर है. मजदूर को मारा गया मतलब मुझे मारा गया. डीएम व एसएसपी से संपर्क कर चका हूं.मजदूर फरियाद लेकर कहां जायेगा.
पिटाई से नहीं, पेट से लगता डर: दरभंगा : संविदा व दैनिक मजदूर इधर निगम में हड़ताल पर बैठा था. वहीं कुछ दैनिक मजदूर कचरे का उठाव कर हड़ताल पर बैठे मजदूरों को कमजोर करने में लगे रहे. इन मजदूरों को पिटाई की नहीं नौकरी चले जाने से पेट पर आफत पड़ने का ज्यादा डर सता रहा था. मजदूरों को हमले में साथ देने से ज्यादा जरूरी कचरा उठा कर अपनी नौकरी बचाने की थी.