- मोतिहारी के रास्ते नेेपाल और फिर चीन भेजने की थी योजना
दरभंगा : बिहार के दरभंगा में मूर्ति चोर मुकुट समेत भगवान पर ही हाथ साफ करने की फिराक में लगे थे, लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस को इसकी भनक लग गयी और वह मौके पर पहुंचकर चोरों को योजना बनाते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. इसके अलावा, यही चोर शहर में एक पेट्रोल पंप को लूटने की भी योजना बना रहे थे. पुलिस की पूछताछ में इन चोरों ने कबूल किया है कि यदि वे इस योजना में सफल हो जाते, तो वे एक चारपहिया वाहन से पहले भगवान की मूर्ति को लेकर मोतिहारी जाते. फिर वहां से वे नेपाल के रास्ते उसकी बिक्री के लिए चीन भेज देते.
सदर एसडीपीओ दिलनवाज अहमद ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर इस मामले में चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गये अपराधियों में बहादुरपुर थाना क्षेत्र के पोखरसामा गांव निवासी रामकरण यादव के पुत्र रवींद्र कुमार उर्फ छोटे, मधुबनी जिला के किशोरी लाल चौक निवासी विनोद कुमार गुप्ता के पुत्र राज कुमार गुप्ता उर्फ राज, विस्फी थाना क्षेत्र के लोहरा गांव निवासी स्वकारी प्रसाद यादव के पुत्र संजय कुमार व बेनीपट्टी मधुबनी के गांगली गांव निवासी रामशिष्ट ठाकुर के पुत्र बसंत कुमार ठाकुर शामिल हैं. चारों चोरों के पास से एक पिस्टल, सात जिंदा कारतूस, चार मोबाइल एवं एक लूट की पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की गयी है. सभी को दोनार स्थित पेट्रोल पंप के निकट से गिरफ्तार किया गया है.
घटना को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने धर दबोचा
एसडीपीओ ने बताया कि अपराधियों द्वारा शहर में बड़ी घटना को अंजाम दिया जाता, इससे पहले ही टीम गठित कर सिविल ड्रेस में दोनार स्थित पंप पर घंटों इंतजार के बाद इन्हें पकड़ने में कामयाबी मिली है. हालांकि, दो मोटरसाइकिल से छह लोग आये थे, जिसमें से एक मोटरसाइकिल पर दो अपराधी फरार हो गये. टीम में लहेरियासराय थानाध्यक्षडीएन मंडल, बेंता ओपी अध्यक्ष रूपक कुमार अंबुज, हायाघाट थाना के सुरेंद्र पासवान शामिल थे.
1956-57 में दिल्ली के यमुना नदी से उठाकर मूर्ति लाये थे दरभंगा महाराज
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अपराधी राज परिसर स्थित कंकाली मंदिर से माता की 1956-57 ई की मूर्ति व मुकुट की चोरी करने की फिराक में थे. मूर्ति दरभंगा महाराज के पूर्वज महेश ठाकुर को दिल्ली स्थित यमुना नदी में मिली थी. 1956-57 में दरभंगा लाकर मंदिर में स्थापित कर पूजा-पाठ किया जा रहा है. अपराधी पहले मंदिर की मूर्ति व मुकुट चोरी करते फिर दोनार पेट्रोल पंप को लूटने का प्लान था. इसके बाद एनएच 57 पर चारपहिया वाहन छीनकर सभी मोतिहारी पहुंचकर नेपाल के रास्ते मूर्ति के आभूषण को चीन में
बेच देते.