नगर के तालाबों का पानी होगा साफ
सर्वे को पहुंची केंद्रीय टीम ने विभिन्न तालाबों का किया निरीक्षण तीन दिनों तक होगा सर्वे दरभंगा : नगर निकाय के जल क्षेत्रों के निर्मलीकरण सर्वे के लिए राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिक अनुसंधान संस्थान दिल्ली की टीम मंगलवार को यहां पहुंची. टीम ने तालाबों का सर्वे किया. टीम तीन दिनों तक यहां रहकर निगम अंतर्गत विभिन्न […]
सर्वे को पहुंची केंद्रीय टीम ने विभिन्न तालाबों का किया निरीक्षण
तीन दिनों तक होगा सर्वे
दरभंगा : नगर निकाय के जल क्षेत्रों के निर्मलीकरण सर्वे के लिए राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिक अनुसंधान संस्थान दिल्ली की टीम मंगलवार को यहां पहुंची. टीम ने तालाबों का सर्वे किया. टीम तीन दिनों तक यहां रहकर निगम अंतर्गत विभिन्न जलाशयों का सर्वे करेगी.
सर्वे के लिए पहुंची टीम हराही पोखर, दिग्घी, गंगासागर आदि कई पोखरों का टीम ने निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने देखा कि नाला का पानी कहां गिरता है. कितना आउटलेट है. ट्रीटमेंट प्लांट है कि नहीं. स्थल सर्वे के लिए टीम निकली. टीम के सदस्यों ने बताया कि घरों का गंदा पानी नाला से होकर तालाबों एवं नदियों में गिरने से वहां की पानी को दूषित करता है. इससे बचने के लिए केंद्र की ओर से पहल किया गया है. सर्वे करने पहुंची टीम यह उपाय सुझायेगी कि विभिन्न तालाबों एवं नदी में गिरने से पहले दूषित पानी को कैसे शुद्ध किया जा सकता है.
टीम कई पहलूओं को ध्यान में रखकर सर्वे कर रही है. सर्वे के लिए पहुंची टीम को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने का नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से निगम को निर्देश दिया गया है. शहर का पानी मुख्यत: गंगासागर, दिग्घी, मिर्जा खां एवं हराही पोखर में गिरता है. पोखर भर जाने के बाद आउटलेट के माध्यम से पानी गुमटी नंबर 22 समेत कई जगहों से शहर के बाहर निकलता है.
पानी निकालने के लिए दो मुख्य आउटलेट बनने हैं. इसमें डीएमसीएच से छपरार घाट तक एवं दोनार से वीएमपी टिनही पुल तक. सर्वे को ले दिल्ली से पहुंची टीम में सुनील कुमार, मुकेश के अलावा दो अन्य सदस्य हैं. इनका सहयोग कनीय अभियंता अनिल चौधरी, अमीन नंदन मिश्र आदि कर रहे थे.
गंगासागर तालाब का निरीक्षण करती केंद्रीय टीम के सदस्य.