दरभंगा. नये सिस्टम से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने का पहला दिन निराशाजनक रहा. शहर की रिपोर्ट बता रही है कि 105 स्कूलों में से मात्र 45 से अटेंडेंस बनाने की शुरुआत हो सकी. 60 विद्यालयों से इ-शिक्षा कोष पर उपस्थित दर्ज नहीं की जा सकी. नगर क्षेत्र में कार्यरत 1068 शिक्षकों में 925 का अटेंडेंस ऑनलाइन नहीं बन सका. विभिन्न स्कूलों के मात्र 21 शिक्षक सेल्फ अटेंडेंस का उपयोग करने में सफल रहे. जबकि प्रशिक्षण में भाग ले रहे 122 शिक्षकों ने मार्क ऑन ड्यूटी का उपयोग किया. नए सिस्टम से उपस्थिति दर्ज करने का पहला दिन शहरी क्षेत्र के लिए निराशाजनक रहा. इ-शिक्षा कोष पर पहले दिन अधिकांश शिक्षक चाहकर भी उपस्थिति दर्ज नहीं कर पाये. विभाग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वर्तमान में इस पर ट्रायल चल रहा है. किसी के वेतन की कटौती फिलहाल नहीं होगी. प्रत्येक विद्यालय से कम से कम एक की उपस्थिति अनिवार्य रूप से दर्ज करने को कहा गया है. विभिन्न स्कूलों से जो जानकारी मिल रही है, उसमें इ-शिक्षा कोष 6.30 बजे नहीं खुलने की बात कही गयी. टीचर्स ग्रुप पर विभिन्न स्कूलों से स्क्रीनशॉट भेजकर स्थिति की जानकारी शिक्षक देते देखे गये. कई स्कूलों में रियल टाइम व रियल लोकेशन का भी लोचा रहा. कई शिक्षकों का कहना था कि सेल्फ अटेंडेंस बनाने के समय विद्यालय परिसर में रहने के बावजूद लोकेशन दूर बता रहा था. यही समस्या रियल टाइम को लेकर भी रही. बताया जा रहा है कि पूरे बिहार में चार लाख से अधिक शिक्षकों द्वारा एक साथ उपस्थिति दर्ज करने की कोशिश के कारण सरवर हैंग कर गया. इस कारण से यह स्थिति बनी रही. आज की उपस्थिति को लेकर प्रखंड स्तर से जो आंकड़े जारी किए जा रहे हैं, उसमें शिक्षकों की उपस्थिति व अनुपस्थिति का कॉलम दर्शाया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है