मूक बधिर के 84 हजार के पुराने नोट हुए बेकार

दरभंगा : सदर थाने के कवरिया गांव निवासी मूक बधिर राज मजदूर वकील यादव ने पैसा-पैसा जोड़ कर 84 हजार रुपये जमा किये थे. नोटबंदी की जानकारी उसे नहीं मिल सकी. 84 हजार के सभी नोट पुराने 500 व 1000 के थे. तीन जनवरी को वह सामान खरीदने के लिए दुकान पर पहुंचा. दुकानदार ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2017 9:32 AM
दरभंगा : सदर थाने के कवरिया गांव निवासी मूक बधिर राज मजदूर वकील यादव ने पैसा-पैसा जोड़ कर 84 हजार रुपये जमा किये थे. नोटबंदी की जानकारी उसे नहीं मिल सकी. 84 हजार के सभी नोट पुराने 500 व 1000 के थे. तीन जनवरी को वह सामान खरीदने के लिए दुकान पर पहुंचा. दुकानदार ने पुराना नोट लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद वह परेशान हो गया. सगे-संबंधियों को इशारे में बताया. तब जाकर लोगों को हकीकत का पता चला. इशारे में ही उसे स्थानीय लोगों ने नोट नहीं चलने का कारण बताया. यह जान उसके होश उड़ गये. लोगों ने उसे सांत्वना दी.
वकील के चचेरे भाई रमा नंदन यादव ने बताया कि जान-पहचान के लोगों ने जब आरबीआइ के क्षेत्रीय कार्यालय पटना संपर्क किया, तो बताया गया कि अब रुपये की बदली नहीं होगी. अब सिर्फ विदेश में काम करनेवालों के ही पैसे की बदली संभव है.
वकील यादव के घर में अपना कोई नहीं है. वह अकेले रहता है. कुछ माह पूर्व पिता की मौत हो गयी. इससे पहले पत्नी साथ छोड़ गयी. वह न तो बोल पाता है और न ही ठीक से सुन पाता है.
इशारे से बताता है कि मजदूरी से पैसे बचा कर वह घर बनाना चाहता था. उसके पास एक हजार के तीन व पांच सौ के 162 नोट हैं. जानकारी के अभाव में बैंक में खाता होते हुए भी वह नोट जमा नहीं कर सका. उसकी मनोदशा का अनुमान चेहरा देख कर ही लगाया जा सकता है. रमानंदन ने बताया कि एक-दो दिन में मामले को लेकर डीएम को आवेदन दिया जाएगा.

Next Article

Exit mobile version