एएनएम की बहाली के नाम पर लाखों रुपये की ठगी
फर्जीवाड़ा. नौकरी के लालच में राकेश के जाल में फंसे लोग हरेक आवेदक से ठगा 62, 500 रुपये दरभंगा : एएनएम बहाली को लेकर राकेश कुमार यादव ने पूरा जाल बुन रखा था. उसने अखबार में विज्ञापन प्रकाशित कराया कि एएनएम की भारी संख्या में बहाली होने वाली है. उसकी संस्था को राज्य सरकार से […]
फर्जीवाड़ा. नौकरी के लालच में राकेश के जाल में फंसे लोग
हरेक आवेदक से ठगा
62, 500 रुपये
दरभंगा : एएनएम बहाली को लेकर राकेश कुमार यादव ने पूरा जाल बुन रखा था. उसने अखबार में विज्ञापन प्रकाशित कराया कि एएनएम की भारी संख्या में बहाली होने वाली है. उसकी संस्था को राज्य सरकार से इसके लिए अधिकृत किया गया है.
श्री यादव ने दरभंगा समेत समस्तीपुर व मधुबनी में अपना कार्यालय खोल रखा था. विज्ञापन के झांसे में नर्सिंग का कोर्स कर बेरोजगार बैठी महिलाएं फंस गयीं. करीब 50 लोग उसके संपर्क में आये. सभी से उसने मोटी रकम वसूल की. उसने प्रति आवेदक 62 हजार 500 रुपये की ठगी की. सभी को नियुक्ति पत्र भी उसने दे दिया. सदर थाना क्षेत्र के धोई चक्की में शिक्षक महेश साह के किराये के मकान में केतुका निवासी राम सकल यादव के पुत्र राजेश कुमार यादव ने मां निर्मला मेमोरियल ट्रस्ट का कार्यालय खोला था. ट्रस्ट के सचिव ने डरहार व अरई में किराए के मकान में स्वास्थ केन्द्र खोलकर स्थानीय मुखिया से उसका उद्घाटन करवाया. जिन लोगों को फर्जी नियुिक्त पत्र देकर नौकरी दी, उनसे वहां काम भी कराया.
न घर के रहे और न घाट के सतीश : समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र के कनोजर निवासी सतीश कुमार ठाकुर न घर के रहे और न ही घाट के. सतीश व उसकी पत्नी रंजन कुमारी मिथिला माइनोरिटी डेंटल कॉलेज में नौकरी करते थे. दोनों की जिंदगी खुशी-खुशी कट रही थी. इस बीच अखबार में विज्ञापन देखकर सतीश अपनी पत्नी की नौकरी के लिए मां निर्मला मेमोरियल ट्रस्ट के सचिव राजेश कुमार यादव से संपर्क किया. वहां जाने पर सचिव ने पत्नी के साथ सतीश को भी सुपरवाइजर की नौकरी की पेशकश की. नौकरी की पेशकश मिलने पर सतीश सुपरवाइजर व उनकी पत्नी एएनएम की नौकरी कर ली. इधर दो महीने नौकरी करने के बाद भी जब वेतन नहीं मिला, तो सतीश को शक हुआ. उसने तहकीकात करनी शुरू की. इसी क्रम में वह ठगी के शिकार अन्य लोगों के साथ राजेश के घर पर गया तब सच्चाई सामने आयी.
झांसा देकर फंसाया
समस्तीपुर के चकमेहसी थाना क्षेत्र के कनोजर निवासी सतीश कुमार ठाकुर व उनकी पत्नी, इसी गांव के राकेश कुमार ठाकुर की पत्नी गोल्डन कुमारी, मोरो थाना क्षेत्र के गोढ़वारा निवासी वरूण कुमार चौधरी की पत्नी गमता कुमारी के अलावा वरुण कुमार चौधरी, कोल्हंटा पटोरी निवासी राकेश कुमार शर्मा, श्रीरामपिपरा आनंदपुर निवासी सुनील कुमार मेहरा, कनोजर निवासी रामसुवेश ठाकुर, गोढ़वारा निवासी संतोष कुमार चौधरी, गोढ़वारा निवासी बच्चा बाबू चौधरी, बिठौली निवासी ललन कुमार झा ने अपनी पत्नी की नौकरी के लिए अलग-अलग 62 हजार पांच सौ रुपये दिये थे.