अधीक्षक के विरुद्ध लगाये मुर्दाबाद के नारे
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद हटे आंदोलनकारी
जुलूस की शक्ल में समाहरणालय पहुंच डीएम को सौंपा स्मार पत्र
दरभंगा : आउटसोर्सिंग ठेकेदार के बदलने के कारण उसके अंतर्गत कार्य कर रहे सफाई कर्मियों को हटाये जाने से आक्रोशित सफाई कर्मी पिछले बीस दिनों से आंदोलनरत हैं. आंदोलन के दूसरे चरण में पिछले पांच दिनों से सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले डीएमसीएच अधीक्षक कार्यालय पर धरना दे रहे हैं. अपने आंदोलन को उग्र करते हुये धरनार्थियों ने मंगलवार को डीएमसीएच अधीक्षक का घेराव किया.
आंदोलनकारियों के घेराव के कारण अधीक्षक कार्यालय में घिरे रहे. वहीं कई कर्मी अस्पताल के बाहर ही रह गये. आंदोलनकारियों के तेवर को देखते हुये अधीक्षक ने बेंता ओपी पुलिस को सूचना दी.
पुलिस के आने के बाद आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे मंटू ठाकुर, सुधीर कांत मिश्र, श्याम भारती, सत्य प्रकाश, राहुल कुमार व दिनेश झा और अधीक्षक के बीच वार्ता हुई. लेकिन वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी. इसके बाद आंदोलनकारी जुलूस की शक्ल में समाहरणालय पहुंचकर डीएम को स्मार पत्र सौंपा. स्मार पत्र में डीएमसीएच अधीक्षक पर समझौता तोड़ने का आरोप लगाते हुये कहा गया कि श्रम अधीक्षक के समक्ष हुये समझौता को अधीक्षक तोड़ रहे हैं. चूंकी ठेकेदार परोक्ष रूप से मेडिकल अस्पताल के चतुर्थवर्गीय कर्मी का पुत्र है. स्मार पत्र में यह भी आरोप लगाया गया कि नया ठेकेदार मजदूरों का शोषण करता है. सरकार मजदूर को जो पारिश्रमिक देती है ठेकेदार उसका आधा रकम खा जाता है. वहीं नये ठेकेदार काम के लिये स्वीकृत संख्या के आधे मजदूरों से की काम लेते हैं.
इसकी जांच की भी मांग स्मार पत्र में की गई है.