पुरावशेष और कलाकृतियां मानव के तकनीकी विकास एवं सांस्कृतिक महत्त्व का जीवंत उदाहरण
चंद्रधारी संग्रहालय एवं महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय की ओर से विश्व संग्रहालय दिवस पर आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया.
दरभंगा. चंद्रधारी संग्रहालय एवं महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय की ओर से विश्व संग्रहालय दिवस पर आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम का शुक्रवार को समापन हो गया. समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता संग्रहालयाध्यक्ष डॉ शंकर सुमन ने की. बतौर मुख्य अतिथि बिहार संग्रहालय पटना के संग्रहालय अध्यक्ष नंद गोपाल कुमार ने छात्रों से कहा कि संग्रहालय में प्रदर्शित पुरावशेष और कलाकृतियां मानव के तकनीकी विकास एवं सांस्कृतिक महत्त्व का जीवंत उदाहरण है. संग्रहालय के उद्देश्य को अधिक लोगों तक पहुंचाने में बच्चों की भूमिका सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. कहा कि सभी व्यक्ति को संग्रहालय का भ्रमण निश्चित रूप से करना चाहिए. संग्रहालय अध्यक्ष डॉ सुमन ने छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को निरंतर संग्रहालय आने के लिये प्रेरित किया. सप्ताह भर चले कार्यक्रम के दौरान हुई निबंध प्रतियोगिता में पब्लिक स्कूल दरभंगा बेला के प्रत्युष कुमार पाठक ने प्रथम, डीएवी की विज्ञान दीपिका ने दूसरा एवं राजकीय मध्य विद्यालय बीरा के पुरुषोत्तम कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. क्विज में ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल प्रथम स्थान, मैडोना इंग्लिश स्कूल दूसरा एवं रोज पब्लिक स्कूल को तीसरा स्थान मिला. चित्रांकन में सिंड्रेला इंग्लिश स्कूल के कुणाल कुमार ने प्रथम, सिंड्रेला इंग्लिश स्कूल की संजना कुमारी ने दूसरा एवं होली क्रॉस स्कूल की दिव्यांका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. अंतिम दिन की प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल के अनमोल झा ने प्रथम, होली क्रॉस स्कूल की श्रेया झा ने द्वितीय एवं इसी स्कूल की छात्रा वारुणी शुक्ला ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. सफल छात्रों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार दिया गया. बाकी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र मिला.
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