दरभंगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु दस्त को शून्य स्तर तक लाने के लिए जिले में गुरुवार से संचालित अभियान का उद्घाटन सीएस डॉ अरुण कुमार ने किया. प्रोग्राम 22 सितंबर तक चलाया जायेगा. इस दौरान जिले के पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के बीच ओआरएस पैकेट्स का वितरण किया जायेगा. अभियान के दौरान दस्त से ग्रसित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग जिंक की गोलियां उपलब्ध करायेगा. सिविल सर्जन डॉ अरुण कुमार ने बताया कि लक्षित बच्चों की डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होना है. ओआरएस और जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मृत्यु को टाला जा सकता है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 22 सितंबर तक दस्त रोकथाम अभियान चलाया जाएगा. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (डीआइओ) डॉ अमरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि दस्त के दौरान बच्चों को जिंक गोली का उपयोग उम्र के अनुसार कराने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा परिजनों को जागरूक किया जाएगा. जिले में आठ लाख 42 हजार 776 ओआरएस पैकेट्स और सात लाख 97 हजार 328 जिंक गोली वितरण का लक्ष्य है. दस्त होने पर दो से छह माह तक के बच्चों को जिंक की आधी गोली (10 एमजी) एवं छह माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को एक गोली (20 एमजी) दी जायेगी. दस्त बंद हो जाने के उपरांत भी जिंक की खुराक बच्चों को 14 दिनों तक देनी है. डीआइओ ने बताया कि दस्त रोकथाम अभियान के लिए सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में 406 जिंक-ओआरएस कार्नर बनाये गए हैं.
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