दरभंगा.
खराब मौसम के कारण रविवार को मुंबई से दरभंगा आने वाले विमान (एसजी 950) की वाराणसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर आपात लैंडिंग करायी गयी. जानकारी के अनुसार दरभंगा एयरपोर्ट पर कम दृश्यता की वजह से सुरक्षा के मद्देनजर विमान को यहां उतरने की अनुमति नहीं दी गयी. बताया कि करीब ढाई घंटे तक विमान आसमान में चक्कर लगाता रहा. आखिरकार सुरक्षा के मद्देनजर जहाज को दरभंगा से वाराणसी एयरपोर्ट भेज दिया गया. पांच घंटे 14 मिनट के बाद दोपहर करीब 01.25 बजे वहां यात्रियों को सुरक्षित रूप से उतारा गया. सेफ लैंडिंग के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली. बताया गया कि विमान ने मुंबई से सुबह नियत समय सुबह 07.35 बजे के बजाय सुबह 08.11 बजे उड़ान भरा. मुंबई से दरभंगा एवं फिर वाराणसी तक की यात्रा में यात्रियों को पांच घंटे से अधिक समय हवा में गुजारना पड़ा. उसके पश्चात अनुकूल मौसम होने पर यात्रियों को फ्लाइट से दरभंगा भेजा गया.प्रतिकूल मौसम के कारण लेट से हुआ विमानों का परिचालन
रविवार की सुबह से ही धुंध के कारण हवाई जहाज का परिचालन प्रभावित रहा. काफी विलंब से परिचालन हो सका. इस कारण यात्रियों को काफी परेशानी हुई. रविवार को यहां से दिल्ली के लिये दो जोड़ी विमानों का परिचालन हुआ. मुंबई, कोलकता, हैदराबाद व बेंगलुरु रूट पर एक जोड़ी फ्लाइट की सर्विस दी गयी. आज यहां से आधा दर्जन विमानों का आवागमन हुआ.
कैट टू के अभाव में हो रही समस्या
दरभंगा हवाई अड्डा की शुरुआत आठ नवंबर 2020 को हुई थी. चार साल के बाद भी रनवे पर लो विजिबिलिटी के कारण विमानों के समय से परिचालन मे समस्या हो रही है. इसे लेकर कई बार फ्लाइट को रद्द कर दिया जाता है. साथ ही विमानों के परिचालन में काफी देरी होती है. वहीं कई बार जहाज को अन्य हवाई अड्डाें के लिये डायवर्ट करना पड़ता है. इसका मुख्य कारण रनवे पर कैट टू लाइट नहीं होना है. अगर कैट टू लाइट संस्थापित कर दिया जाता तो ऐसी स्थिति नहीं रहती. विभागीय लापरवाही का खामियाजा पैसेजरों को भुगतना पड़ता है.
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