Darbhanga News: रेलवे ट्रैक पर शौच करने के कारण गयी तीनों गोतनी की जान

Darbhanga News:घर में शौचालय नहीं होने तथा रेलवे ट्रैक पर शौच करने के कारण गोपालपुर रानीपुर गांव के एक ही परिवार की तीन महिला की ट्रेन से कटकर मौत इसे पूरा इलाका गमगीन है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 10:13 PM
an image

Darbhanga News:सदर. घर में शौचालय नहीं होने तथा रेलवे ट्रैक पर शौच करने के कारण गोपालपुर रानीपुर गांव के एक ही परिवार की तीन महिला की ट्रेन से कटकर मौत इसे पूरा इलाका गमगीन है. शुक्रवार की देर रात बाइपास रेलवे लाइन पर स्पीडी ट्राइल के दौरान ट्रैक पर शौच के लिए गयी तीन महिलाएं इंजन की चपेट में आकर जान गंवा बैठी. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद तीनों का शव एक साथ पहुंचते ही घर में चीख-पुकार मच गयी. गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. घटना ने शौचालय की कमी से होने वाले खतरों व ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता सुविधाओं की कमी के गंभीर परिणाम का संकेत दिया है. मालूम हो कि रामबाबू पासवान की पत्नी बबीता देवी, श्याम पासवान की पत्नी ममता देवी एवं रामलगन पासवान की पत्नी देवकी देवी तीनों गोतनी रेलवे ट्रैक पर शौच करने गयी थी. इसी दौरान वहां से गुजर रहे ट्राइल इंजन की चपेट में आने से तीनों की मौत हो गयी. बताया जाता है कि पीड़ित परिवार के यहां पूर्व में शौचालय था. बाइपास रेलवे लाइन निर्माण के कारण घर की जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया. रेलवे द्वारा जमीन लेने के बाद परिवार को पास की बची हुई जमीन पर नया मकान बनाना पड़ा, जो अभी अर्धनिर्मित है. उसमें शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है. इसके कारण परिवार की महिलाएं समेत अन्य सदस्यों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है.

रेलवे ट्रैक से घर की दूरी करीब 15 फीट

नये रेलवे ट्रैक से तीनों मृतका के निर्माणाधीन घर की दूरी करीब 15 फीट बतायी गयी है. जिस समय तीन महिलाएं शौच के लिए रेलवे ट्रैक पर गयी थी, उसी समय बेला की ओर से बिजली टेस्टिंग के लिए ट्राइल इंजन गुजर रहा था. इंजन की चपेट में आ जाने से तीनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. शनिवार को डीएमसीएच में पोस्टमार्टम के बाद तीनों का शव घर पहुंचते ही वहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी. परिजनों में कोहराम मच गया. हर कोई इस हादसे से स्तब्ध था. गांव वालों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिये जाने की मांग प्रशासन से की है. साथ ही शौचालय सुविधा की व्यवस्था करने की गुहार लगायी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो. इधर, मुखिया राजकुमार दास ने कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत दाह-संस्कार के लिए तीन-तीन हजार रुपये नकद उपलब्ध कराया है. उन्होंने पीड़ित परिवारों को शीघ्र मुआवजा दिये जाने की मांग की है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version