सरकारी एंबुलेंस चालक एवं टेक्नीशियनों की हड़ताल दूसरे दिन जारी
सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहने से मरीजों एवं परिजनों की परेशानी बरकरार है
दरभंगा. सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहने से मरीजों एवं परिजनों की परेशानी बरकरार है. एक अस्पताल से दूसरे हॉस्पिटल मरीज को ले जाने के लिये परिजनों को दर- दर भटकना पड़ रहा है. संघ का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को 12 दिन पहले से ही एम्बुलेंस चालक व टेक्नीशियनों के हड़ताल की सूचना दे दी गयी थी. बावजूद विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया. बताया गया कि विभाग को हड़ताल की जानकारी नौ जून को ही गयी थी. किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने पर मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा. 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले 286 एंबुलेंस चालक व इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (इएमटी) विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. दो दिनों से संघ की ओर से सीएस ऑफिस में धरना दिया जा रहा है. एम्बुलेंस चालक के हड़ताल पर चले जाने से मरीज व परिजनों को काफी परेशानी हो रही है. डीएमसीएच में इलाजरत मरीजों के रेफर व डिस्चार्ज के बाद सबसे अधिक परेशानी परिजनों को हो रही है. आपातकालीन स्थिति में मरीजों को एक से दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के क्रम में भी वाहनों की व्यवस्था को लेकर परिजन परेशान रहते हैं. सरकारी एम्बुलेंस चालकों की हड़ताल से निजी वाहन चालकों की चांदी है. परिजनों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. संघ के सदस्यों ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जायेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. प्रमुख मांगों में श्रम अधिनियम के तहत तीन माह का लंबित पारिश्रमिक भुगतान, पीएफ व ईएमआई का भुगतान, छटनीग्रस्त कर्मियों को वापस लेना आदि शामिल है.
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